पाकिस्तान में 5.8 तीव्रता के भूकंप के बाद राहत एवं बचाव कार्य जारी, PoK में 20 की मौत, 300 से ज्यादा घायल
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और देश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों के कई शहरों में मंगलवार को 5.8 तीव्रता के भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये, फलस्वरूप पीओके में 20 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गये।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और देश के उत्तर-पूर्वी हिस्सों के कई शहरों में मंगलवार को 5.8 तीव्रता के भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये, फलस्वरूप पीओके में 20 लोगों की मौत हो गई जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गये। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केन्द्र पीओके में न्यू मीरपुर के निकट स्थित था। पीओके भूकंप से बुरी तरह प्रभावित हुआ। भूकंप चार बजकर दो मिनट पर आया जिसका अधिकेंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री मुश्ताक मिन्हास ने मीडिया को बताया कि इस भूकंप के चलते मीरपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में 20 लोगों की मौत हो गयी और 300 से अधिक घायल हो गये। पाकिस्तान मौसम विभाग के भूकंप केन्द्र ने बताया कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 मापी गई और इसका केन्द्र पंजाब प्रांत में पहाड़ी शहर झेलम के निकट जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। हालांकि विज्ञान मंत्री फवाद चौधरी ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.1 थी।
उपायुक्त राजा कैसर ने बताया कि भूकंप के बाद मीरपुर में कई मकान ढह गये। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक मस्जिद का काफी हिस्सा ढह गया जो कि भूकंप से बुरी तरह से प्रभावित है। पीओके में अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित की गई है। टीवी चैनलों पर मीरपुर में सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त नजर आ रही हैं। कई वाहन पलटे हुए हैं। कई कारें भूकंप से सड़कों पर बने गहरे गड्ढों में गिर गईं। मीरपुर में सरकारी प्रसारण भवन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भूकंप बहुत शक्तिशाली था और लोग दहशत में इमारतों से बाहर निकल आये। कोहाट, चारसद्दा, कसूर, फैसलाबाद, गुजरात, सियालकोट, ऐबटाबाद, मनसेहरा, चित्राल, मलकंद, मुल्तान, ओकारा, नौशेरा, अटक और झंग सहित कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किये गये। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा लेने न्यूयार्क गये प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी लोगों की जान चले जाने पर शोक प्रकट किया।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पीओके में नागरिक प्रशासन के साथ सहयोग करते हुए भूकंप पीड़ितों के लिए ‘‘तुरन्त बचाव अभियान चलाने’’ के निर्देश दिये हैं। सेना की मीडिया इकाई ने ट्वीट किया कि सेना के जवानों को चिकित्सा सहायता दलों के साथ भेजा गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अफजल ने बताया कि ज्यादातर नुकसान मीरपुर और झेलम में हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि मीरपुर के निकट स्थित पाकिस्तान का प्रमुख जलाशय मंगला बांध सुरक्षित है। मंगला बांध बिजली घर को बंद कर दिया गया है जिससे राष्ट्रीय ग्रिड को 900 मेगावाट बिजली की आपूर्ति बंद हो गई है। ऊपरी झेलम नहर क्षतिग्रस्त हुई है और विभिन्न गांवों में नहर का पानी घुस गया है।