अबु धाबी. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 1,50,000 से अधिक भारतीयों ने घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। भारतीय मिशनों द्वारा शुरू किए गए ई-पंजीकरण के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार कोरोनावायरस महामारी के दौरान इतने लोगों ने भारत आने के लिए पंजीकरण कराया है। दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत विपुल ने शनिवार को गल्फ न्यूज से कहा, "शनिवार शाम 6 बजे तक हमें 1,50,000 से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए हैं।"
उन्होंने कहा कि इनमें से एक चौथाई लोग ऐसे हैं जिनकी नौकरी चली गई है। लगभग 40 प्रतिशत आवेदक श्रमिक हैं और 20 प्रतिशत पेशेवर हैं। स्वदेश वापसी के इच्छुक लोगों में से कुल मिलाकर 25 प्रतिशत ने इसका कारण नौकरी चली जाना बताया है।" लगभग 10 प्रतिशत आवेदक ऐसे यात्रा / पर्यटक वीजा धारक हैं जो भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगने के बाद वहां फंस गए थे।
विपुल ने कहा कि बाकी आवेदकों में चिकित्सकीय आपात स्थिति, गर्भवती महिलाएं और छात्र शामिल हैं। अबु धाबी में भारतीय दूतावास और दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने बुधवार रात को अपने नागरिकों के डेटाबेस बनाने के लिए ई-पंजीकरण शुरू किया, जो घर वापसी के लिए उड़ान भरने के इच्छुक थे।
महावाणिज्य दूत ने गल्फ न्यूज को बताया कि 50 प्रतिशत आवेदक केरल राज्य के हैं। यूएई में रह रहे 34 लाख भारतीयों में से दस लाख से अधिक केरलवासी हैं। विपुल ने कहा कि मिशनों को अभी तक भारत सरकार से यहां फंसे हुए नागरिकों के परिवहन के तरीके, टिकटों के मूल्य निर्धारण या आवेदकों की कोविड-19 परीक्षण को लेकर जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा, "इन बातों के बारे में उच्च-स्तरीय चर्चा चल रही है।"
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