यमन के हूतियों ने लाल सागर में हमले करना जारी रखा है। एक बार फिर हूतियों ने लाल सागर में ड्रोन हमलों से एक साथ कई नौकाओं को निशाना बनाया है। हूती विद्रोहियों ने अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों की चेतावनियों के बाद भी लाल सागर में हमले करना जारी रखा है। इससे लगता है कि वह लाल सागर के पानी को रक्त से और भी अधिक रंजित करना चाहते हैं। इसीलिए उनमें किसी भी देश की चेतावनी को कोई खौफ नहीं है। गत एक माह में हूतियों ने लाल सागर में कई देशों की पताका लगी जहाजों पर दर्जन भर से ज्यादा हमले किए हैं। हालांकि गनीमत है कि अभी तक उनके इन हमलों में किसी की भी मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है।
यमन के हुती विद्रोहियों ने मंगलवार देर रात लाल सागर में नौकाओं को निशाना बनाते हुए फिर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। इन हमलों में फिलहाल किसी पोत के क्षतिग्रस्त होने की कोई सूचना नहीं है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकार दी। निजी खुफिया कंपनी ‘एम्ब्रे’ के अनुसार हमला यमन के बंदरगाह शहर होदेइदा और मोखा के पास हुआ। खुफिया कंपनी ने बताया कि होदेइदा में नौकाओं ने मिसाइल और ड्रोन देख कर इसकी जानकारी अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के युद्धपोतों को दी, जिस पर युद्धपोतों ने उन ‘‘पोतों को अधिकतम गति से आगे बढ़ने के निर्देश दिए।’
हूतियों को दिया जा रहा माकूल जवाब
ब्रिटेन की सेना के ‘यूनाइटेड किंगडम मरीन ट्रेड ऑपरेशंस’ ने कहा कि उसे होदेइदा के पास हमले की जानकारी है। सेना ने कहा, ‘‘ गठबंधन बल जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। नौकाओं को सलाह दी गई है कि वे आगे बढ़ती रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी दें।’’ हुती शिया विद्रोहियों का गुट है जिसने 2014 से यमन की राजधानी पर कब्जा किया हुआ है। उसने इस हमले के संबंध में कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया लेकिन समाचार चैनल ‘अल जजीरा’ ने अपनी एक खबर में एक हुती सैन्य अधिकारी के हवाले से कहा कि उनकी सेना ने ‘‘लाल सागर में इजराइल से जुड़े एक जहाज को निशाना बनाया।’’ हुती विद्रोहियों का कहना है कि उनके हमले का मकसद गाजा में हमास के खिलाफ इजराइल के हवाई और जमीनी हमलों को बंद कराना है। (एपी)
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