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Hindi News विदेश अन्य देश सिडनी में दुनिया देखेगी QUAD देशों की "Military Power", भारत-अमेरिका समेत ऑस्ट्रेलिया व जापान दिखाएंगे दम

सिडनी में दुनिया देखेगी QUAD देशों की "Military Power", भारत-अमेरिका समेत ऑस्ट्रेलिया व जापान दिखाएंगे दम

भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का चतुर्भुज सुरक्षा संवाद संगठन (क्वाड) चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। अब चारों देशों की सेनाएं 11 से 21 अगस्त तक समुद्र में उथल-पुथल मचाने जा रही हैं। चारों देशों की नौसेना संयुक्त अभ्यास के लिए पूरी तरह तैयार है।

क्वाड देशों के राष्ट्राध्यक्ष (प्रतीकात्मक फोटो)- India TV Hindi Image Source : AP क्वाड देशों के राष्ट्राध्यक्ष (प्रतीकात्मक फोटो)

चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (क्वाड) देशों की बढ़ती ताकत से चीन जैसे दुश्मनों के घर खलबली है। क्वाड भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान देशों को मजबूत चतुर्भुज संगठन है। चारों देशों की नौसेना शुक्रवार से अपने युद्ध कौशल का प्रदर्शन एक संयुक्त अभ्यास के जरिये करने जा रही है। इससे समुद्र में बड़ी हलचल होना तय है। इसके साथ ही चीन और उत्तर कोरिया की टेंशन भी बढ़ने वाली है। मालाबार युद्ध अभ्यास 11 से 21 अगस्त तक ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में आयोजित होगा, जिसमें क्वाड के सभी चार देशों की नौसेनाएं शामिल होंगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों के मुताबिक भारतीय नौसेना के अग्रिम पंक्ति के स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस सह्याद्री और आईएनएस कोलकाता इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे। इस वार्षिक युद्धाभ्यास में समुद्र और बंदरगाह दोनों चरण शामिल होंगे, जिसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जहां चीन की बढ़ती सैन्य ताकत देखी जा रही है। अमेरिकी नौसेना (यूएसएन), जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ) और रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना (आरएएन) के जहाजों और विमानों के साथ 11 से 21 अगस्त तक सिडनी में निर्धारित मालाबार 2023 अभ्यास में भाग लेंगे।

समुद्र में होने वाली है खलबली

भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘ मालाबार 2023 का आयोजन दो चरणों में किया जाएगा। समुद्र तट चरण में एक-दूसरे के जहाजों में दौरे, पेशेवर आदान-प्रदान, खेल और समुद्री चरण की योजना तथा संचालन के लिए वार्ता जैसी व्यापक गतिविधियां शामिल हैं। समुद्री चरण में युद्ध के सभी तीन क्षेत्रों में विभिन्न जटिल और उच्च तीव्रता वाले अभ्यास शामिल होंगे, जिनमें हथियार चलाने के अभ्यास समेत सतह-रोधी, वायु-रोधी तथा पनडुब्बी रोधी अभ्यास किये जाएंगे। ’’ भारतीय नौसेना के मुताबिक यह अभ्यास भारतीय नौसेना को अंतर-परिचालन को बढ़ाने और प्रदर्शित करने तथा अपने साथी देशों से समुद्री सुरक्षा संचालन में सर्वोत्तम तौर-तरीकों से लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है। मालाबार समुद्री अभ्यास की श्रृंखला 1992 में भारतीय नौसेना और अमेरिकी नौसेना के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में शुरू हुई थी। (भाषा)

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