अदन की खाड़ी में हूतियों के हमले के शिकार हुए एक जहाज के चालक दल के सभी सदस्यों को जीवित बचाने के लिए भारतीय सेना एक बार फिर संकटमोचक साबित हुई है। बेहद बहादुरी के साथ भारतीय नौसैनिकों ने हमले पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए 1 भारतीय समेत चालक दल के 21 सदस्यों को जीवित बचा लिया। इससे हर तरफ भारतीय नौसेना की तारीफ हो रही है। इससे पहले भी अदन की खाड़ी से लेकर लाल सागर तक कई बार दुनिया ने भारतीय नौसेना की ताकत को देखा है।
बता दें कि अदन की खाड़ी में बारबाडोस के ध्वज वाले मालवाहक जहाज पर हूतियों ने 06 मार्च को मिसाइल हमला कर दिया। इस के बाद भारतीय युद्धपोत ‘आईएनएस कोलकाता’ ने उस जहाज से एक भारतीय नागरिक सहित चालक दल के 21 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया है। नौसेना के एक प्रवक्ता विवेक मधवाल ने बृहस्पतिवार को बताया कि मिसाइल हमले के कारण बुधवार को वाणिज्यिक जहाज 'एमवी ट्रू कॉन्फिडेंस' में आग लग गई थी, जिसकी वजह से चालक दल के सदस्यों को जहाज से कूदकर भागना पड़ा।
चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए नौका और हेलीकॉप्टर का हुआ इस्तेमाल
अदन की खाड़ी में जहाज पर हमले की सूचना मिलते ही समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात आईएनएस कोलकाता शाम चार बजकर 45 मिनट पर घटनास्थल पर पहुंचा गया। इस दौरान नौसेना ने अदम्य साहस दिखाते हुए अपने हेलीकॉप्टर और नौकाओं का इस्तेमाल कर एक भारतीय नागरिक सहित चालक दल के 21 सदस्यों को बचा लिया। इसके बाद युद्धपोत पर ही चिकित्सा दल ने घायलों को महत्वपूर्ण चिकित्सा सहायता प्रदान की। गंभीर रूप से घायलों बचाए गए दल के साथ आईएनएस कोलकाता द्वारा जिबूती ले जाया गया है। भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने अदन की खाड़ी में त्वरित प्रतिक्रिया दी। जिससे 21 सदस्यों की जान बचाई जा सकी। बारबाडोस के झंडे वाले मालवाहक जहाज पर अदन से लगभग 55 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में कथित तौर पर एक मिसाइल से हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप जहाज में आग लग गई।
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