संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएसी) ने कैरेबियाई देश हैती में सभी प्रकार के हथियारों और गोला बारूद पर प्रतिबंध लगाने के लिए शुक्रवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पर मतदान किया। इसके बाद हैती में हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई पर पूर्ण प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया। संयुक्त राष्ट्र ने इस गरीब कैरेबियाई देश में गिरोह द्वारा बढ़ती हिंसा और आपराधिक गतिविधियों पर भी चिंता जाहिर की।
बता दें कि हैती के हालात को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों ने जिस प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मतदान किया, वह उसे ‘‘हैती में हथियारों और संबंधित सामग्री की अवैध तस्करी और अन्यत्र उपयोग को रोकने के लिए उचित कदम उठाने’’ का अधिकार देता है। संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका से, खासकर फ्लोरिडा से तेजी से हैती में अत्याधुनिक हथियारों की तस्करी कर इसे सीधे तौर पर गिरोह के सदस्यों और अपराधियों को पहुंचाया जा रहा है। इस प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में शामिल व्यक्तियों की यात्रा पर प्रतिबंध तथा उनकी संपत्ति जब्त करने की अवधि को एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
हैती में बुरे हैं हालात
हैती पर प्रतिबंधों की निगरानी करने वाली परिषद समिति ने सितंबर के अंत में इस सूची में दो और लोगों को शामिल किया, जिनमें पांच गिरोह के नेता हैं। इन नेताओं में ‘ग्रैन ग्रिफ’ गिरोह का नेता एलन लक्सन शामिल है, जिसने अक्टूबर के शुरू में हैती की राजधानी के पास आर्टिबोनाइट क्षेत्र के पोंट-सोंडे शहर में कम से कम 115 लोगों की हत्या कर दी थी। यह हाल ही में हैती में सबसे बड़े नरसंहारों में से एक था। वहीं, दूसरा व्यक्ति विक्टर प्रोफेन है। वह हैती के संसद का पूर्व सदस्य था और उस पर हथियारों की तस्करी में शामिल होने का आरोप है। इससे समझा जा सकता है कि हैती के हालात कितने अधिक बिगड़ चुके हैं। (एपी)
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