US I2U2 Meeting: भारत, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अमेरिका के ‘आई2यू2’ समूह ने अपनी आर्थिक साझेदारी को गहरा करने को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त की है। समूह ने कृषि और स्वच्छ ऊर्जा से संबंधित अपनी मौजूदा परियोजनाओं में हुई प्रगति का जायजा लिया और ‘आई2यू2’ के उद्देश्यों को पूरा करने में संभावित तौर पर मददगार परियोजनाओं की समीक्षा भी की। समूह ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर मुलाकात की है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, अवर मंत्री जोस डब्ल्यू फर्नांडीज ने भारत के विदेश मंत्रालय के आर्थिक मामलों के सचिव दम्मू रवि, इजरायल के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक एलोन उशपिज और यूएई के विदेश मंत्री अहमद बिन अली अल सयेघ के साथ बैठक की है।
बयान में कहा गया है, ‘समूह ने चार देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को गहरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उसने कृषि और स्वच्छ ऊर्जा से संबंधित मौजूदा परियोजनाओं में हुई प्रगति का जायजा लिया और समूह के उद्देश्यों को पूरा करने में संभावित तौर पर मददगार परियोजनाओं की समीक्षा भी की।’ बयान के मुताबिक, ‘आई2यू2’ समूह ने जुलाई में नेताओं के शिखर सम्मेलन के आधार पर आगे की राह तय करने की उम्मीद भी जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, इजरायल के प्रधानमंत्री यायर लापिड और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जाएद अल नहयान ने जुलाई में पहले ‘आई2यू2’ शिखर सम्मेलन में ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लिया था।
भारत, अमेरिका, इजरायल और यूएई के विदेश मंत्रियों ने अक्टूबर 2021 में एक बैठक के दौरान इस समूह को आकार प्रदान किया था। ‘आई2यू2’ से तात्पर्य ‘इंडिया, इजराइल, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका और यूएई’ है।
Image Source : india tvUS I2U2 Meeting in New York
क्या है I2U2 का मतलब?
I2U2 का मतलब है, भारत (इंडिया), इजरायल, यूएई और अमेरिका। भारत में यूएई के राजदूत अहमद अलबाना ने इसे 'वेस्ट एशियन स्क्वाड' भी कहा था। अक्टूबर 2021 में चारों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच एक बैठक हुई थी। इसका आयोजन उस समय हुआ था, जब विदेश मंत्री एस जयशंकर इजरायल यात्रा पर थे। तब इस समूह का नाम 'इंटरनेशनल फोरम फॉर इकॉनमिक कॉपरेशन' बताया गया था। विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा था कि सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए सभी देशों ने नियमित रूप से बातचीत की है।
I2U2 का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य "पारस्परिक हित के सामान्य क्षेत्रों और व्यापार-निवेश से आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने" पर चर्चा करना है। सभी देशों ने आपसी बातचीत से सहयोग के छह क्षेत्रों के नाम बताए थे- पानी, ऊर्जा, परविहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा। इन सभी क्षेत्रों में संयुक्त निवेश की बात की गई। इससे जुड़ी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि "निजी क्षेत्र के फंड और विशेषज्ञता" की मदद से सभी देश बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण करेंगे, उद्योगों के लिए कम कार्बन उत्सर्जन के रास्ते तलाशेंगे, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करेंगे और महत्वपूर्ण उभरती और ग्रीन टेक्नोलॉजी के विकास को बढ़ावा देंगे।
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