तुर्किये के उत्तर-पश्चिम हिस्से में बुधवार सुबह 5.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा और दहशत फैल गई। करीब 68 लोग घायल हुए हैं। इनमें से ज्यादातर लोग भूकंप के दौरान घरों से बाहर भागते हुए घायल हुए। सरकार द्वारा संचालित आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन प्रेसीडेंसी ने बताया कि भूकंप का केंद्र इस्तांबुल से करीब 200 किलोमीटर पूर्व स्थित डुजसे प्रांत के गोलकाया शहर में था। सुबह चार बजकर आठ मिनट पर आए भूकंप के झटके इस्तांबुल, राजधानी अंकारा और देश के अन्य हिस्सों में भी महसूस किए गए। भूकंप के बाद दर्जनों हल्के झटके महसूस किए गए, जिनमें एक की तीव्रता 4.3 थी।
डुजसे और आसपास के इलाकों के अस्पतालों में करीब 68 घायलों का इलाज चल रहा है। ज्यादातर लोग दहशत में आकर बालकनी या खिड़कियों से कूदने के कारण घायल हुए। तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोआन ने अपने सत्तारूढ़ दल के सांसदों से कहा, ‘‘भूकंप से गोलकाया में कई भवनों को नुकसान पहुंचा है लेकिन कोई गंभीर क्षति नहीं पहुंची है।’’ गृह मंत्री सुलेमान सोयलु ने निजी टेलीविजन चैनल एनटीवी को बताया कि घायलों में एक की हालत गंभीर है।
तुर्किये भूकंप के प्रति बेहद संवेदनशील माना जाता है। डुजसे में इससे पहले 02 नवंबर 1999 में जबरदस्त भूकंप आया था, जिसमें लगभग 800 लोग मारे गए थे। उसी साल अगस्त में देश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में आये एक अन्य शक्तिशाली भूकंप में 17,000 लोग मारे गये थे। अधिकारियों ने बताया कि 1999 के भूकंप के बाद इलाके में करीब 80 प्रतिशत भवनों का पुनर्निर्माण कराया गया था। तुर्किये एक बड़ी भ्रंश रेखा पर स्थित है और देश में अक्सर भूकंप का झटका महसूस किया जाता है।
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