A
Hindi News विदेश अन्य देश दिमाग हिला देगी ये घटना, अपने 4 बच्चों की हत्या के जुर्म में महिला ने काटी 20 साल की सजा; अब हुई निर्दोष

दिमाग हिला देगी ये घटना, अपने 4 बच्चों की हत्या के जुर्म में महिला ने काटी 20 साल की सजा; अब हुई निर्दोष

आस्ट्रेलिया में एक मां अपने ही चार बच्चों की हत्या के जुर्म में 20 साल तक जेल में रही। अब उसे निर्दोष मानकर बरी कर दिया गया है।

प्रतीकात्मक फोटो- India TV Hindi Image Source : FILE प्रतीकात्मक फोटो

आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर दिमाग हिल जाएगा। घटना आस्ट्रेलिया की है, जहां एक महिला को अपने ही चार बच्चों की हत्या के आरोप में जेल भेजा गया। दोष सिद्ध होने के बाद महिला 20 वर्ष तक जेल में रही। अब उसे इस मामले में निर्दोष पाया गया है। इस घटना के बारे में सुनकर हर कोई हैरान है। इस महिला को कभी ऑस्ट्रेलिया की 'सबसे खराब महिला सीरियल किलर' कहा जाता था। अपने ही 4 बच्चों की हत्या के जुर्म में 20 साल जेल में बिताने के बाद सोमवार को उसे उस वक्त माफ कर दिया गया, जब नए सबूत मिले कि उसने अपने चार बच्चों को नहीं मारा।

अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, न्यू साउथ वेल्स के अटॉर्नी जनरल माइकल डेली ने जांच में अपराध में भूमिका सामने न आने पर कैथलीन फोल्बिग को मुक्त करने के लिए हस्तक्षेप किया। सोमवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए डेली ने कहा कि उन्होंने गवर्नर से बात की थी और बिना शर्त माफी की सिफारिश की थी, जिसे मंजूर कर लिया गया है। डेली ने कहा, यह सभी संबंधित लोगों के लिए एक भयानक परीक्षा रही है और मुझे उम्मीद है कि हमारी आज की कार्रवाई इस 20 साल पुराने मामले को कुछ हद तक बंद कर सकती है।

2003 से जेल में थी महिला

फोलबिग को 2003 में हत्या के मामलों में जेल में डाल दिया गया था। 1989 से एक दशक से अधिक समय के बीच उसके चार बच्चों कालेब, पैट्रिक, सारा और लौरा की मौत हो गई थी। मामले में उसे संदिग्ध माना गया। हालांकि इसका कोई भौतिक प्रमाण नहीं था कि वह उनकी मृत्यु का कारण बनी।  बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार फोल्बिग ने हमेशा अपने को निर्दोष बताया। 1989 और 1999 के बीच प्रत्येक बच्चे की अचानक मृत्यु हो गई, जिनकी आयु 19 दिन और 19 महीने के बीच थी। अभियोजन पक्ष ने आरोप लगाया कि फोल्बिग ने उनका गला घोंट दिया था। 2019 की जांच में फोल्बिग पर संदेह के लिए कोई आधार नहीं मिला। मूल मुकदमे में परिस्थितिजन्य साक्ष्य को अधिक महत्व दिया गया।

ऐसे बदला जजों का दिमाग

सेवानिवृत्त न्यायाधीश टॉम बाथस्र्ट की अध्यक्षता में एक ताजा जांच में, अभियोजकों ने स्वीकार किया कि जीन म्यूटेशन पर शोध ने बच्चों की मौतों के बारे में उनकी समझ को बदल दिया है। फोल्बिग को मुक्त करने के लिए एक साल के लंबे अभियान के बाद उसे तब क्षमा दिया गया, जब इम्यूनोलॉजिस्ट की एक टीम ने पाया कि उनके बच्चों में एक आनुवंशिक उत्परिवर्तन था, जो अचानक मृत्यु का कारण बन सकता है। सबूत भी सामने आए थे कि उनके बेटों में एक अलग आनुवंशिक उत्परिवर्तन था, जो चूहों में अचानक शुरू होने वाली मिर्गी से जुड़ा था। इस रिपोर्ट के आधार पर महिला को बरी कर दिया गया।

Latest World News