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तंजानिया के जंजीबार में भी चलेगा IIT मद्रास कैंपस का जादू, एस जयशंकर ने राष्ट्रपति हुसैन अली से किया ये समझौता

जंजीबार पहुंचे विदेशमंत्री जयशंकर ने तंजानिया के हुसैन अली म्विनी के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। इसके तहत मद्रास आइआइटी का एक कैंपस तंजानिया में स्थापित किया जाएगा। यह अक्टूबर 2023 से जंजीबार में संचालित होने लगेगा। इससे भारत और तंजानिया के शैक्षिक विकास और आपसी संबंधों को और मजबूती मिलेगी।

तंजानिया के जंजीबार में विदेशमंत्री एस जयशंकर- India TV Hindi Image Source : FILE तंजानिया के जंजीबार में विदेशमंत्री एस जयशंकर

मद्रास के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) का डंका अब तंजानिया के जंजीबार शहर में भी बजने जा रहा है। तंजानिया  के 4 दिवसीय दौरे पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बाबत वहां के राष्ट्र्पति  हुसैन अली म्विनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। बुधवार को एस जशंकर और तंजानिया के राष्ट्रपति इस ऐतिहासिक समझौते के साक्षी बने। इससे भारत के ग्लोबल साउथ की आवाज बनने का वादा भी पूरा करने में मदद मिलेगी। साथ ही दोनों देशों के संबंधों में और अधिक प्रगाढ़ता आएगी। 

बता दें कि विदेश मंत्री 4 दिनों की आधिकारिक यात्रा पर तंजानिया में हैं, जहां वह उच्च स्तरीय वार्ता और अपने तंजानिया के समकक्ष के साथ 10वीं ज्वाइंट कमीशन मीटिंग में मंच साझा करेंगे। जंजीबार से राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि डा. हुसैन अली म्विनी से मिलना काफी आनंददायक रहा। इस दौरान उन्होंने भारत-तंजानिया की मजबूत साझेदारी का भरोसा दिलाया। बताया कि ही विकास और सुरक्षा को लेकर आपसी सहयोग और भागीदारी भी डोमेन में है। 

Image Source : Fileजंजीबार में अक्टूबर से चलेगा आइआइटी मद्रास कैंपस

अक्टूबर 2023 से हो जाएगा शुरू 

रिपोर्ट के अनुसार जंजीबार में आइआइटी मद्रास का कैंपस अक्टूबर 2023 से जंजीबार में 50 यूजी और 20 पीजी सीटों के साथ शुरू हो जाएगा। इससे दोनों देशों के बीच शैक्षिक समझौते को मजबूती मिलेगी। नया आइआइटी कैंपस जंजीबार में आइआइटी मद्रास के तहत संचालित होगा। जंजीबार में आइआइटी मद्रास का देश के बाहर आबूधाबी और क्वालालंपपुर के बाद तीसरा कैंपस होगा। जयशंकर ने आइआइटी मद्रास कैंपस जंजीबार में शुरू करने का समझौता करने के लिए और उसका साक्षी बनने के लिए राष्ट्रपति हुसैन और उनके कैबिनेट के मंत्रियों की सराहना की। साथ ही  कहा कि यह ऐतिहासिक कदम भारत के ग्लोबल साउथ की आवाज बनने के वादे को मजबूती देगा। 

जंजीबार में भारतीय त्रिशूल ने दिखाई ताकत

यात्रा के दौरान, जयशंकर ने पूर्वी अफ्रीकी देश के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात की और भारतीय नौसैनिक जहाज त्रिशूल पर एक स्वागत समारोह में भी भाग लिया। जयशंकर ने तंजानिया पहुंचने के बाद ट्वीट किया, “जंजीबार में आगमन। गर्मजोशी से स्वागत के लिए पर्यटन मंत्री सिमाई सईद को धन्यवाद। उन्होंने यहां भारत सरकार से मिले कर्ज से बन रही जल आपूर्ति परियोजना की समीक्षा भी की। भारतीय नौसेना का जहाज ‘त्रिशूल’ तंजानिया यात्रा पर गया है। यहां से अब विदेश मंत्री 7-8 जुलाई तक तंजानिया के दार-ए-सलाम शहर की यात्रा करेंगे, जहां वह अपने समकक्ष के साथ भारत-तंजानिया संयुक्त आयोग की 10वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे और कई कैबिनेट मंत्रियों समेत देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। यात्रा के दौरान, वह भारत के संसदीय मैत्री समूह के सदस्यों से मिलेंगे और भारत-तंजानिया व्यापार बैठक की शुरुआत करेंगे।  दार-ए-सलाम में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का भी उद्घाटन करेंगे। भारत और तंजानिया के बीच पारंपरिक रूप से घनिष्ठ व मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। जयशंकर की तंजानिया यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी।”(भाषा)

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