यरूशलमः गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायल के लोगों को वापस लाने की मांग को लेकर तेल अवीव में सरकार के खिलाफ लोगों में अक्रोश भड़क उठा है। इजरायली बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर तेल अवीव में प्रदर्शन कर रहे लोगों और इजरायल पुलिस के बीच तेज झड़प हुई। इस बीच, एक छोटा अमेरिकी सैन्य पोत और संभवत: डॉक क्षेत्र की एक पट्टी मौसम संबंधी खराब परिस्थितियों के कारण इजरायली शहर अशदोद के पास समुद्र तट पर बह गई। अशदोद अमेरिका द्वारा निर्मित उस पोतघाट से अधिक दूरी पर नहीं है, जिसके जरिए इजरायली सेना ने फिलस्तीनी क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचाए जाने का दावा किया है।
इसके अलावा, शनिवार को इजरायल द्वारा उत्तरी एवं मध्य गाजा में बमबारी किए जाने की सूचना है। तेल अवीव में हजारों प्रदर्शनकारियों ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। हमास ने इजरायल पर पिछले साल सात अक्टूबर को हमला कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 250 लोगों को बंधक बना लिया था। प्रदर्शनकारियों ने अब भी बंधक बनाकर रखे गए दर्जनों लोगों को वापस लाने के लिए सरकार से कोई समझौता करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के इस्तीफे और चुनाव कराए जाने की भी मांग की। ‘‘सभी बंधकों की वापसी के लिए महिला विरोध प्रदर्शन’’ समूह की सदस्य हिलिट सागी ने कहा, ‘‘सरकार द्वारा बंधकों को अपने हाल पर छोड़ दिए जाने के बाद हम चुप नहीं बैठ सकते।
गाजा में मानवीय संकट
इजरायल के हमले के कारण गाजा मानवीय संकट से जूझ रहा है और वहां सहायता सामग्री पहुंचाने के प्रयास जारी हैं। इजरायल ने कहा कि सहायता सामग्री उत्तरी गाजा और अमेरिका द्वारा निर्मित पोतघाट के माध्यम से फलस्तीनी क्षेत्र में पहुंचाई जा रही है। उसने बताया कि एक छोटी अमेरिकी सैन्य नौका और संभवत: डॉक क्षेत्र की एक पट्टी दक्षिणी इजरायली शहर अशदोद के पास एक समुद्र तट पर बह गई। ‘यूएस सेंट्रल कमांड’ ने कहा कि मानवीय सहायता मिशन में शामिल उसके चार पोत अशांत समुद्र के कारण प्रभावित हुए थे, जिनमें से दो गाजा तट पर घाट के पास और दो अन्य इजरायल में थे। ‘सेंट्रल कमांड’ के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है और अमेरिका पोतों को बरामद करने के लिए इजरायली सेना के साथ मिलकर काम कर रहा है। (एपी)
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