संयुक्त राष्ट्र : भारत ने एक बार फिर रूस और यूक्रेन के मामले पर वोटिंग में हिस्सा ने लेकर तटस्थता का परिचय दिया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने (UNHRC) ने इस मसले पर तत्काल मीटिंग बुलाने का प्रस्ताव दिया था लेकिन भारत ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। इस मीटिंग के पक्ष में 29 वोट पड़े जबकि पांच वोट खिलाफ में पड़े। भारत समेत कुल 13 सदस्य तटस्थ रहे।
वहीं यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 11वें आपातकालीन विशेष सत्र में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत चाहता है कि विवादों का शांतिपूर्ण समाधान बातचीत के जरिए हो। भारत सरकार का मानना है कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। यूक्रेन में मानवीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने दवाओं सहित तत्काल राहत आपूर्ति प्रदान करने का निर्णय लिया है। इन्हें यूक्रेन की जनता के लिए भेजा जाएगा।
वहीं बैठक में यूक्रेन के प्रतिनिधि ने बताया कि रूस के हमले में अबतक यूक्रेन के 16 बच्चों सहित 352 लोगों की मृत्यु हुई हैं। मृत्य का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। गोलाबारी अभी भी जारी है। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा-'मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है, यह कोई समाधान नहीं है, एकमात्र समाधान शांति के माध्यम से है... मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति को आश्वासन दिया है कि संयुक्त राष्ट्र सहायता करना जारी रखेगा, उन्हें नहीं छोड़ेगा।'
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