आस्ट्रेलिया में क्वाड देशों की होने वाली बैठक जो बाइडन के कारण अचानक हुई रद्द, पीएम मोदी को भी होना था शामिल
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कारण आस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में होने वाली क्वाडीलैट्रल सिक्योरिटी डॉयलाग (क्वाड) देशों की बैठक रद्द कर दी गई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल होना था। बता दें कि भारत, आस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान समेत चार देश क्वाड के सदस्य हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कारण आस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में होने वाली क्वाडीलैट्रल सिक्योरिटी डॉयलाग (क्वाड) देशों की बैठक रद्द कर दी गई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल होना था। बता दें कि भारत, आस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान समेत चार देश क्वाड के सदस्य हैं। यह संगठन वैश्विक सुरक्षा की जिम्मेदारियों समेत अन्य चुनौतियों से निपटने का भी दायित्व निभाता है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश को गंभीर आर्थिक संकट से बचाने पर ध्यान केंद्रित करने के मकसद से अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा को स्थगित कर दिया है और इसलिए सिडनी में प्रस्तावित क्वाड देशों के नेताओं की बैठक रद्द कर दी गई है। बाइडन पापुआ न्यू गिनी के साथ ही ऑस्ट्रेलिया यात्रा पर जाने वाले थे ।
बाइडन को देश के इतिहास में पहली बार अमेरिका को ऋण अदायगी से चूकने से बचाने के लिए विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी के साथ गहन चर्चा करने की जरूरत है और इसीलिए उन्होंने अपनी आस्ट्रेलिया यात्रा को स्थगित करने का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया में बाइडन क्वाड नेताओं की तीसरी प्रत्यक्ष बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ हिस्सा लेने वाले थे। हालांकि बाइडन जी-7 नेताओं की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को जापान के हिरोशिमा रवाना होंगे। अपने फैसले की जानकारी देने के लिए अल्बनीज से फोन पर हुई बातचीत के दौरान बाइडन ने पारस्परिक रूप से सुविधाजनक समय के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को देश की राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। बाइडन 22 जून को व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक यात्रा की मेजबानी करेंगे।
आस्ट्रेलिया में शिखर सम्मेलन से इतर होनी थी पीएम मोदी और बाइडन की मुलाकात
बाइडन और मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर ऑस्ट्रेलिया में मिलने वाले थे। व्हाइट हाउस ने कहा, हालांकि जी-7 बैठक से इतर इस सप्ताह जापान में उनकी पूर्वनियोजित बैठक तय समय पर होगी। व्हाइट हाउस में ‘यहूदी अमेरिकी विरासत माह’ समारोह में बाइडन ने यह महत्वपूर्ण घोषणा की। इस घोषणा से पहले उन्होंने प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष और रिपब्लिकन पार्टी के नेता केविन मैककार्थी सहित संसद के नेताओं के साथ बैठक की थी। व्हाइट हाउस में आयोजित समारोह में आये अतिथियों से बाइडन ने कहा, ‘‘मैं अपनी यात्रा अवधि में कटौती कर रहा हूं। मैं कांग्रेस के नेताओं के साथ निर्णायक बातचीत के लिए इस यात्रा के दौरान ऑस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी के अपने दौरे को रद्द कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आज ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज से बात की और उन्हें वर्तमान हालात के बारे में बताया। मुझे लगता है कि इस बारे में पूर्ण सहमति बन रही है कि ऋण अदायगी में चूक कोई विकल्प नहीं है। हमारी अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ जाएगी।
80 लाख अमेरिकी लोगों की नौकरी जाने का खतरा
बाइडन ने कहा, ‘‘अगर देश मंदी की चपेट में आया तो इसका असर सेवानिवृत्त खाताधारकों के खातों पर पड़ेगा, ऋण लागत में वृद्धि होगी और मूडीज के अनुसार लगभग 80 लाख अमेरिकी अपनी नौकरी खो देंगे। और अगर हमने ऐसा होने दिया तो हमारी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा खत्म हो जाएगी। यह निराशाजनक है कि कांग्रेस के रिपब्लिकन सदस्यों के साथ हमारी चर्चा में रिपब्लिकन नेता राजस्व बढ़ाने पर चर्चा करने को तैयार नहीं हैं।’’ राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, भले ही दोनों दलों में नीतिगत मतभेद हों लेकिन यह कांग्रेस को कर्ज अदायगी से बचने के तरीकों पर विचार विमर्श करने से नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आज की बैठक में एक बार फिर स्पष्ट किया कि कर्ज अदायगी में चूक करना कोई विकल्प नहीं है। अमेरिका अपने कर्ज, अपने बिल का भुगतान करता है और हमारे पास नीतिगत मतभेदों पर बहस के लिए पर्याप्त समय होगा। लेकिन देश हमारे कर्ज के कारण नहीं झुकेगा और हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।’’ बाइडन ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति पद की जवाबदेही और जिम्मेदारी में एक ही समय में कई अहम मामलों को सुलझाना शामिल है, इसलिए मुझे विश्वास है कि हम कर्ज अदायगी में चूक से बचने और विश्व मंच पर एक नेता के रूप में अमेरिका की जिम्मेदारी को पूरा करने की दिशा में प्रगति करना जारी रखेंगे।