पपुआ न्यू गिनी में 14 देशों को 'मोदी मंत्र', प्रधानमंत्री ने कहा-ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पपुआ न्यू गिनी दौरे का आज दूसरा दिन है। आज पीएम मोदी ने प्रशांत महासागर के 14 देशों के सम्मेलन में हिस्सा लिया, ये वो देश हैं जो साइज के हिसाब से छोटे हैं लेकिन सामरिक रूप से इनका बड़ा महत्व है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पपुआ न्यू गिनी दौरे का आज दूसरा दिन है। आज पीएम मोदी ने प्रशांत महासागर के 14 देशों के सम्मेलन में हिस्सा लिया, ये वो देश हैं जो साइज के हिसाब से छोटे हैं लेकिन सामरिक रूप से इनका बड़ा महत्व है। आज पीएम मोदी ने PNG (पपुआ न्यू गिनी) दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत गवर्नर जनरल सर बॉब दादा से मुलाकात के साथ की है। गवर्नर हाउस में भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया। इससे पहले पापुआ न्यू गिनी के पीएम के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी हुई है। वहीं कल PNG पहुंचने पर पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया।
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने दिया बड़ा संदेश
FIPIC के तीसरे शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड महामारी का प्रभाव ग्लोबल साउथ देशों पर सबसे अधिक पड़ा। जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाएं, भुखमरी, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थी अब नई परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं जैसे, फ्यूल, फर्टिलाइजर और फार्मा। इसकी सप्लाई में भी बाधाएं आ रही हैं। जिन्हें हम अपना मानते थे पता चला कि जरूरत पर वे हमारे साथ नहीं थे। इस कठिनाई के समय पुराना वाक्य सिद्ध हुआ कि 'ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड'। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपनी क्षमताओं के अनुरूप सभी साथी देशों की मदद करता रहा है। मैंने पहले भी कहा है मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं, छोटे द्वीप राज्य नहीं। आपका महासागर ही भारत को आपके साथ जोड़ता है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ की चिंताओं उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को G20 के जरिए विश्व के समक्ष पहुंचाना अपना दायित्व मानता है। पिछले 2 दिनों में G7 समिट में भी मेरा यहीं प्रयत्न था। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे रखे हैं। मुझे खुशी है कि हम इन पर तेजी से काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी और जेम्स मारपे कर रहे शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता
मोरेस्बी में पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स को-ऑपरेशन के तीसरे शिखर सम्मेलन की संयुक्त रूप से अध्यक्षता कर रहे हैं। ये शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब चीन इस क्षेत्र में अपने सैन्य और कूटनीतिक प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। FIPIC का गठन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा के दौरान किया गया था। शिखर सम्मेलन में 14 देशों के नेता हिस्सा ले रहे हैं। बहुत कम ऐसे मौके हैं जब कनेक्टिविटी और दूसरे मुद्दों के कारण ये देश आपस में मिलते हैं। लेकिन पीएम मोदी की कोशिशों की वजह से आज ये शिखर सम्मेलन हो रहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि FIPIC में ये 14 देश शामिल हैं-
- कुक आइलैंड्स
- फिजी
- किरिबाती
- मार्शल आइलैंड्स
- माइक्रोनेशिया
- नौरू
- नीयू
- पलाऊ
- पापुआ न्यू गिनी
- समोआ
- सोलोमन आइलैंड्स
- टोंगा
- तुवालू
- वानुआतु
मारपे के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय बातचीत
पीएम मोदी मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री मारपे के साथ एक द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे। इस मीटिंग के दौरान दोनों देशों के संबंधों को और भी ज्यादा मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पापुआ न्यू गिनी पहुंचने पर स्वागत किया गया। खुद पीएम जेम्स मारपे प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट आए और सारे प्रोटोकॉल तोड़कर जिस तरह से पीएम मोदी का स्वागत हुआ उसे देखकर हर कोई हैरान है।
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