वैज्ञानिकों ने कहा कि नवंबर पूर्व-औद्योगिक समय की तुलना में 1.75 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म था, जो अक्टूबर और सितंबर के बाद किसी भी महीने के लिए औसत से अधिक गर्म था। कॉपरनिकस की उपनिदेशक सामंथा बर्गेस ने कहा, ‘‘पिछला आधा साल वास्तव में चौंकाने वाला रहा है। वैज्ञानिक इसके कारण का वर्णन नहीं कर पा रहे हैं।’’ नवंबर में औसत तापमान 14.22 डिग्री सेल्सियस था, जो पिछले 30 वर्षों के औसत से 0.85 डिग्री सेल्सियस से अधिक गर्म है। बर्गेस के अनुसार, महीने के दौरान दो दिन पूर्व-औद्योगिक समय की तुलना में दो डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म थे, जो पहले कभी नहीं हुआ था।
दुनिया की सबसे गर्म शरद ऋतु का बना रिकॉर्ड
इस वर्ष शरद ऋतु में सबसे अधिक गर्मी दर्ज की गई है। कॉपरनिकस के वैज्ञानिकों ने गणना की है कि यह साल पूर्व-औद्योगिक समय की तुलना में अब तक 1.46 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म रहा है, जो कि 2016 के पिछले सबसे गर्म वर्ष की तुलना में लगभग सात डिग्री अधिक गर्म तापमान है। यह जलवायु परिवर्तन के लिए विश्व द्वारा निर्धारित अंतरराष्ट्रीय सीमा के बहुत करीब है। कॉपरनिकस की गणना के अनुसार, इस साल की उत्तरी शरद ऋतु भी दुनिया की अब तक की सबसे गर्म शरद ऋतु है। (एपी)
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