Nigeria: फ्यूल टैंकर में हुआ भयानक विस्फोट, 140 लोगों की मौत
नाइजीरिया में एक फ्यूल टैंकर में धमाका हो गया। इस धमाके में 140 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में 50 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
Nigeria Blast: नाइजीरिया में एक फ्यूल टैंकर बीच रास्ते में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसके बाद उसमें से तेल चुराने के लिए लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया था। लोग बड़ी संख्या में टैंकर से तेल निकालने लगे, तभी उस तेल टैंकर में एक बड़ा धमाका हो गया। इस धमाके में अब तक 140 लोगों की मौत हो गई है। यह घटना उत्तरी नाइजीरिया के जिगावा राज्य की है। घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आपातकालीन सेवाओं की तरफ से बुधवार को बताया गया कि यह घटना उस समय हुई जब लोग वाहन से गिर रहे ईंधन को निकालने की कोशिश कर रहे थे।
स्थानीय पुलिस प्रवक्ता लॉन एडम ने बताया कि यह विस्फोट मध्य रात्रि के बाद जिगावा राज्य के माजिया नगर में हुआ, जब राजमार्ग पर टैंकर चालक ने वाहन से अपना नियंत्रण खो दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और ईंधन इकट्ठा करने लगे, उसी समय “भयंकर आग भड़क उठी”। क्षेत्र में राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी की प्रमुख नूरा अब्दुल्लाही ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया, “अन्य स्थानों पर दफनाए गए लोगों के अलावा करीब 140 लोगों को सामूहिक कब्र में दफनाया गया।” बुधवार की सुबह माजिया कस्बे के निवासी शोक में थे और स्थानीय लोगों ने पीड़ितों के लिए सामूहिक अंतिम संस्कार किया था।
शवों को पहचानना हो गया मुश्किल
आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि ज्यादातर शव पहचानने लायक नहीं थे। अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया में घातक टैंकर दुर्घटनाएं आम बात हैं, जहां कई स्थानों पर यातायात नियमों का कड़ाई से पालन नहीं किया जाता और माल परिवहन के लिए कुशल रेलवे प्रणाली जैसे विकल्पों का अभाव है। ऐसी दुर्घटनाओं के बाद लोगों द्वारा ईंधन इकट्ठा करना भी आम बात है, विशेषकर नाइजीरिया में ईंधन की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर। सरकार ने ईंधन पर सब्सिडी खत्म कर दी है जिसके बाद पिछले साल की शुरुआत से ईंधन के दाम तीन गुना हो चुके हैं। पुलिस ने बताया कि नवीनतम दुर्घटना में शामिल चालक पड़ोसी राज्य कानो से लगभग 110 किलोमीटर की यात्रा करके आया था। जिगावा राज्य आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने शुरू में मृतकों की संख्या 105 बताई थी, जिनमें अस्पताल में इलाज के दौरान मरने वाले लोग भी शामिल थे।
जलकर खाक हो गए लोग
जिगावा आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख डॉ.हारुना मैरिगा ने बताया कि अधिकांश पीड़ित दुर्घटना स्थल पर ही “जलकर राख हो गए”। आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख मैरिगा ने कहा, “यदि उन्हें (खतरे के बारे में) पता होता तो वे (ईंधन) लाने नहीं जाते।” उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवाएं दुर्घटना के कई घंटे बाद ही घटनास्थल पर पहुंचीं। स्थानीय निवासी सानी उमर ने स्थानीय ‘चैनल्स टेलीविजन’ को बताया कि आग “इतनी तेजी से फैली कि कई लोग बचकर नहीं निकल सके”। उमर ने कहा, “लोग मदद के लिए चिल्लाते हुए हर दिशा में भाग रहे थे।” राज्य के पुलिस आयुक्त अहमदु अब्दुल्लाही ने कहा, “यह हम सभी के लिए हृदय विदारक क्षण है। (भाषा)