नसरल्लाह को मिट्टी में मिलाने के बाद गरजे नेतन्याहू, ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई समेत मध्य-पूर्व को दी खौफनाक चेतावनी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने ही हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह के खात्मे का आदेश दिया था, क्योंकि वह सैकड़ों इजरायलियों और अमेरिकियों की हत्या का जिम्मेदार था। इस दौरान उन्होंने हिजबुल्लाह का समर्थन करने वाले ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई को भी बड़ी चेतावनी दी है।
येरूशलमः लेबनान में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर सैय्यद हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बड़ा बयान सामने आया है। दशकों से हिजबुल्लाह को समर्थन दे रहे और नसरल्लाह की मौत पर मुसलमानों को एकजुट होकर इजरायल के खिलाफ जंग लड़ने की अपील करने वाले ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई समेत मध्य-पूर्व के अन्य देशों को नेतन्याहू ने बड़ी खौफनाक चेतावनी दी है। नेतन्याहू ने कहा कि ईरान और मध्य-पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं, जो इजरायल की पहुंच से दूर हो। नेतन्याहू ने खामेनेई पर गरजते हुए कहा कि "जो हमे मारेगा, हम उसे खत्म कर देंगे। "
शनिवार को इजरायली सेना ने ऐलान किया कि उसने 64 वर्षीय हसन नसरल्लाह को शुक्रवार के हमले में उसने ढेर कर दिया है। इसके बाद लेबनान से ईरान तक खलबली मच गई। इजरायल ने शुक्रवार और शनिवार को पूर्वी और दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाकर भीषण हमला किया था। जवाब में हिजबुल्लाह ने भी उत्तरी इजरायल पर रॉकेटों की बौछार कर दी थी। इसी दौरान इजरायली सेना ने नसरल्लाह के ठिकाने को ट्रैस कर लिया था और उसे निशाना बनाकर किए गए लक्षित हमले में नसरल्लाह को ढेर कर दिया।
नेतन्याहू ने दिया था नसरल्लाह के खात्मे का आदेश
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को पुष्टि की कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से बेरूत में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह को खत्म करने के लिए ऑपरेशन को अधिकृत किया था। इसके बाद इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने जेट विमानों से दक्षिणी बेरूत में हिज़्बुल्लाह के गढ़ों पर रात भर बमबारी की, जिससे कई आवासीय इमारतें नष्ट हो गईं। इसी हमले में नसरल्लाह का भी खात्मा हो गया। इसीलिए बेंजामिन नेतन्याहू शुक्रवार को बीच में ही अपना अमेरिका दौरा खत्म कर स्वदेश वापस आ गए। जबकि उन्हें 28 सितंबर यानि शनिवार की रात वापस होना था।
इजरायलियों और अमेरिकियों की हत्या का जिम्मेदार था नसरल्लाह
नसरल्लाह की हत्या के बाद नेतन्याहू ने अपने देश को संबोधित करते हुए कहा कि वह 1980 के दशक में हाई-प्रोफाइल बम विस्फोटों सहित इजरायलियों और विदेशी नागरिकों पर कई हमलों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार था। इन हमलों में बेरूत में 1983 में हुए बम विस्फोट शामिल थे, जिसमें अमेरिकी दूतावास में 63 लोगों के अलावा सैकड़ों अमेरिकी नौसैनिक और फ्रांसीसी पैराट्रूपर्स मारे गए थे। नेतन्याहू ने कहा कि "आतंकवादी" नसरल्लाह की मौत हिजबुल्लाह की क्षमताओं को कम करने के लिए जरूरी थी। जब तक नसरल्लाह जीवित था, वह जल्दी से उन क्षमताओं को बहाल कर रहा था, जिसे हमने पहले हिजबुल्लाह छीन ली थी। अब हमने अनगिनत इजरायलियों, सैकड़ों अमेरिकियों और दर्जनों फ्रांसीसी सहित अन्य देशों के कई नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार व्यक्ति से हिसाब बराबर कर लिया है।"
याह्या सिनवार को अब पता चलेगा कि उसे नसरल्लाह बचाने नहीं आएगा
नेतन्याहू ने कहा कि नसरल्लाह का मारा जाना जरूरी शर्त बन गई थी। इससे अब सीमा पार से गोलीबारी के कारण पलायन कर गए उत्तरी इजरायली निवासियों की वापसी में तेजी लाएगा। साथ ही गाजा में हिजबुल्लाह के सहयोगी हमास को और कमजोर करेगा। पीएम नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायलियों की सुरक्षित रिहाई को सुनिश्चित करने के लिए चल रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, "जितना अधिक हमास नेता याह्या सिनवार को पता चलेगा कि हिजबुल्लाह अब उसे बचाने नहीं आ रहा है, हमारे बंधकों की वापसी की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
नेतन्याहू ने ईरान समेत-मध्य-पूर्व को चेताया
इजारयली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह के खात्मे ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए आईडीएफ, मोसाद और शिन बेट सहित इजरायली सेना और खुफिया एजेंसियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ''हम जीत रहे हैं.'' नेतन्याहू ने नसरल्लाह की मौत को ईरान को चेतावनी देने के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि इज़रायल की पहुंच ईरान सहित पूरे क्षेत्र में फैली हुई है। नसरल्लाह की हत्या तेहरान और उसके प्रतिनिधियों के लिए एक संदेश के रूप में होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं जो इज़राइल की लंबी बांह की पहुंच से परे है। आज आप जानते हैं कि यह कितना सच है।" "मैं अयातुल्ला के शासन से कहता हूं: जिसने भी हमें मारा, हम उसे खत्म कर देंगे।"
दुश्मनों पर हमले रहेंगे जारी
अपने संदेश को समाप्त करते हुए, नेतन्याहू ने इस समय को "ऐतिहासिक मोड़" बताते हुए विस्थापित निवासियों की सुरक्षित वापसी और बंधकों की बरामदगी के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने देश को एकजुट होने की प्रतिज्ञा के साथ कहा- हम एक साथ लड़ेंगे, और भगवान की मदद से, हम एक साथ जीतेंगे।" "हम अपने निवासियों को उनके घरों में लौटाने और हमारे सभी अपहृत लोगों को वापस लौटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम उन्हें एक पल के लिए भी नहीं भूलते।" इसलिए तब तक हमले जारी रखेंगे।