इजरायल में बुधवार को 85 प्रतिशत से अधिक मतों की गिनती के बाद पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू नीत गठबंधन सत्ता में नाटकीय रूप से वापसी करता नजर आ रहा है। मतों की गिनती अभी चल रही है और परिणाम अंतिम नहीं हैं। अंतिम परिणाम शुक्रवार को आने की उम्मीद है। इजरायल में मतदान के बाद के सर्वेक्षणों में नेतन्याहू और उनके सहयोगियों द्वारा साढ़े तीन साल के राजनीतिक गतिरोध के बाद सत्ता में वापसी के लिए पर्याप्त सीट जीतने के संकेत मिले थे। तीन प्रमुख इजरायली टीवी स्टेशन के मतदान बाद के सर्वेक्षणों में कहा गया था कि नेतन्याहू और उनके सहयोगी दल 120 सदस्यीय संसद में 65 सीट जीत सकते हैं।
इजरायल में मंगलवार को मतदान हुआ था। चार साल से भी कम वक्त में यह पांचवीं बार है, जब देश को पंगु बनाने वाले राजनीतिक गतिरोध को तोड़ने के लिए आम चुनाव कराया गया। इजरायल में 25वीं संसद (नेसेट) के चुनाव के लिए करीब 67.8 लाख नागरिक मतदान के योग्य थे। इजरायल में 2019 में 73 वर्षीय नेतन्याहू पर रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी एवं विश्वासघात के आरोप लगने के बाद से राजनीतिक गतिरोध चला आ रहा है। नेतन्याहू इजरायल के सर्वाधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं, जिन्होंने लगातार 12 वर्षों तक शासन किया और कुल मिलाकर 15 साल तक देश पर शासन किया है। उन्हें पिछले साल सत्ता से हटना पड़ा था।
नेतन्याहू ने मतों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया
मतदान बाद के सर्वेक्षण आने के बाद नेतन्याहू ने समर्थकों से कहा, “यह पलट सकता है, हमें नहीं पता।” “हम अभी खत्म नहीं हुए हैं। हम जीवित हैं और जीत रहे हैं, हमें सुबह तक इंतजार करना होगा।” शायद इस डर से कि अरब मतदाता उन्हें जीत से दूर सकते हैं, नेतन्याहू ने बिना सबूत दिए, अरब मतदान केंद्रों पर हिंसा और मतों से छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए ट्वीट किया। हालांकि, केंद्रीय निर्वाचन समिति ने कहा कि उसे ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है। इजरायल में अरब कुल आबादी का करीब 20 फीसदी हैं और हालिया चुनावों में नेतन्याहू के मार्ग को अवरूद्ध करने में महत्वपूर्ण कारक रहे हैं । लेकिन इस बार उनके वोट तीन पार्टियों के बीच बंट गए और इन तीनों ही पार्टियों का चुनावी प्रदर्शन खराब रहने की संभावना है। इसका अर्थ है कि अरबों के इन तीन दलों को दिए गए वोट बेकार गए हैं।
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