सिंगापुरः भारत ने अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ मिलकर एक नया गठबंधन बनाया है। इसका फायदा दुनिया के तमाम देशों को होगा। इन देशों ने मिलकर जैव-औषधि क्षेत्र में एक मजबूत आपूर्ति शृंखला के निर्माण के लिए साझा प्रयास करने के इरादे से एक गठबंधन बनाया है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने बृहस्पतिवार को सोल में इस जैव-औषधि गठबंधन के गठन की घोषणा की।
इस गठबंधन की उद्घाटन बैठक 'बायो इंटरनेशनल कन्वेंशन 2024' के दौरान सैन डिएगो में आयोजित की गई। दुनिया की सबसे बड़ी जैव-औषधि प्रदर्शनी में भाग लेने वाले देशों के सरकारी अधिकारियों के साथ जैव-औषधि एवं दवा कंपनियों के प्रतिनिधि भी इसका हिस्सा थे। दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी 'योनहाप' के मुताबिक, बैठक में शामिल पक्षों ने एक विश्वसनीय और टिकाऊ आपूर्ति श्रृंखला के महत्व पर जोर दिया और संबंधित देशों की जैव नीतियों, विनियमों और शोध एवं विकास सहायता उपायों का समन्वय करने पर सहमति व्यक्त की। प्रतिनिधियों ने कहा कि दवाओं के लिए जरूरी कच्चे माल और अवयवों का उत्पादन कुछ ही देशों में केंद्रित है।
दवा आपूर्ति श्रृंखला होगी बेहतर
संघ में शामिल सभी पक्ष दवा आपूर्ति शृंखला का एक विस्तृत मानचित्र बनाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए। कोविड-19 महामारी के दौरान दवाओं की आपूर्ति को लेकर महसूस की गई किल्लत के बाद यह गठबंधन शुरू किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने दिसंबर में प्रमुख उभरती प्रौद्योगिकियों पर अपनी बातचीत के दौरान गठबंधन बनाने पर सहमति व्यक्त की थी। बाद में जापान, भारत और यूरोपीय संघ को भी इस गठबंधन में शामिल करने का फैसला किया गया। (भाषा)
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