मॉस्को: भारत और रूस के बीच संबंध पहले से ही काफी मजबूत रहे हैं लेकिन अब इन संबंधों में एक और आयाम जुड़ने वाला है। भारत और रूस के बीच बड़ा समझौता हो सकता है। रूस और भारत नागरिकों की एक दूसरे के देशों में आवाजाही को सुगम बनाने के लिए जून में द्विपक्षीय समझौते पर मंथन शुरू करेंगे। रूस की एक मंत्री ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि रूस और भारत पर्यटन को मजबूत करने के लिए बिना वीजा, समूह में पर्यटकों के एक दूसरे के देश में जाने के लिए समझौता करने के करीब हैं।
दोनों देशों के बीच हुई प्रगति
रूस के समाचार चैनल आरटी न्यूज ने रूस के आर्थिक विकास मंत्रालय में बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग एवं विशेष परियोजना विभाग की निदेशक निकिता कोन्द्रातेयव को कोट करते हुए कहा कि भारत से इस मुद्दे पर प्रगति हुई है।
भारत-रूस कर रहे हैं तैयारी
मंत्री ने कजान में अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच, ‘‘रूस- इस्लामिक दुनिया : कजान मंच 2024’’ से इतर बताया कि समझौते के मसौदे पर जून मे चर्चा होगी और इस पर साल के अंत में हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। मंत्री ने कहा, ‘‘रूस और भारत अपने पर्यटन संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं क्योंकि वो वीजा-मुक्त समूह पर्यटक आदान-प्रदान शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। वर्ष के अंत तक द्विपक्षीय समझौते को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से दोनों देशों के बीच विचार-विमर्श का पहला दौर जून में आयोजित होगा।’’
पर्यटन को बढ़ावा देना है मकसद
निकिता कोन्द्रातेयव के मुताबिक रूस की योजना चीन और ईरान के साथ पहले ही इस तरह के किए गए समझौते को भारत के साथ दोहराना है। रूस और चीन ने पिछले साल एक अगस्त को वीजा मुक्त समूह पर्यटन के आदान-प्रदान की शुरुआत की थी। इसी दिन रूस ने ईरान के साथ भी इसी तरह के समझौते को अमली जामा पहनाया ताकि नए युग के पर्यटन सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके। (भाषा)
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