IDF ने मध्य गाजा में भीषण युद्ध के बाद हमास से 4 इजरायली बंधकों को छुड़ाया, 210 फिलिस्तीनियों को किया ढेर
इजरायली सेना ने मध्य गाजा में बेहद खतरनाक अभियान चलाते हुए हमास से हुए कई घंटों के युद्ध के बाद 4 इजरायली बंधकों को जिंदा छुड़ा लिया है। इस दौरान इजरायली सेना के हमले में 210 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। साथ ही बड़ी संख्या में हमास आतंकियों के भी मारे जाने की आशंका है।
दीर अल बलाह (गाजा पट्टी): इजरायली सेना ने जबरदस्त साहस दिखाते हुए हमास आतंकियों के चंगुल से 4 इजरायली बंधकों को छुड़ा लिया है। कई महीने से हमास की यातना और प्रताड़ना से तंग बंधक जब अपने परिवार के पास पहुंचे तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। परिवारजनों से गले मिलते ही उनकी आंखों में भावुकता के आंसू छलक पड़े। इजरायल ने हमास के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से बंधकों को बचाने के लिए शनिवार को अपना सबसे बड़ा अभियान चलाया और मध्य गाजा में भीषण लड़ाई के बीच अपहर्ताओं के चंगुल से चार इजरायली लोगों को सकुशल मुक्त करा लिया। इसके साथ ही मध्य गाजा में भीषण लड़ाई में बच्चों सहित कम से कम 210 फिलस्तीनी मारे गए।
मुक्त कराए गए लोगों का फिलस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ने सात अक्टूबर को किए गए हमले के दौरान अपहरण कर लिया था। इजरायली सेना ने कहा कि उसने नुसीरात में चलाए गए एक जटिल अभियान के दौरान नोआ अर्गामानी (25), अल्मोग मीर (21), एंड्री कोजलोव (27) और श्लोमी जिव (40) को मुक्त करा लिया। इसने कहा कि बंधकों को नुसीरात के मध्य में स्थित दो अलग-अलग स्थानों से बचाया गया और वे सभी ठीक हैं। इजराइली सेना ने कहा कि जिन चार बंधकों को छुड़ाया गया, उन्हें हेलीकॉप्टर से चिकित्सीय जांच के लिए ले जाया गया और वे 246 दिन तक अपहर्ताओं के चंगुल में रहने के बाद अपने प्रियजन से मिल पाए।
हमास ने किया था 7 अक्टूबर को अपहरण
जिन बंधकों को मुक्त कराया गया, उन सभा का अपहरण हमास ने 7 अक्टूबर को किया था। अर्गामानी का तीन अन्य लोगों की तरह ही एक संगीत समारोह से अपहरण कर लिया गया था। उनके अपहरण का एक वीडियो सार्वजनिक हुआ था। इस वीडियो में वह एक मोटरसाइकिल पर दो लोगों के बीच बैठी दिखी थीं और वह ‘‘मुझे मत मारो’’ चिल्लाते हुए सुनाई दी थीं। उनकी मां लियोरा को चौथे चरण का ब्रेन कैंसर है और अप्रैल में उन्होंने एक वीडियो जारी कर मरने से पहले अपनी बेटी को देखने की इच्छा व्यक्त की थी। खुशी से लबरेज अर्गामानी ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। सरकार द्वारा जारी किए गए एक वीडियो संदेश में वह उनसे यह कहती सुनाई देती हैं कि वह ‘‘बहुत खुश’’ हैं और इतने लंबे समय से उन्हें हिब्रू भाषा सुनने को नहीं मिली।
नेतन्याहू ने दिया बड़ा बयान
इस बीच, इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि इजराइल आतंकवाद के सामने झुकता नहीं है और सभी बंधकों को मुक्त कराए जाने तक लड़ाई जारी रहेगी। इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा, ‘‘अभियान साहसिक था। शानदार ढंग से इसकी योजना बनाई गई और असाधारण तरीके से इसे अंजाम दिया गया।’’ इस बीच, अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि एक अमेरिकी इकाई ने बंधकों का पता लगाने और उन्हें छुड़ाने की पूरी प्रक्रिया में सलाह एवं सहायता प्रदान की। अल-अक्सा शहीद अस्पताल के प्रवक्ता खलील देगरान ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि बंधकों को छुड़ाने के लिए चलाए गए इजरायली अभियान के बाद 23 बच्चों और 11 महिलाओं सहित 109 फलस्तीनियों के शवों को अस्पताल लाया गया और 100 से अधिक घायल को भर्ती कराया गया हैं।
अभियान के दौरान मारे गए 210 फिलिस्तीनी
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 210 शवोंको अल-अक्सा शहीद अस्पताल और अल-अवदा अस्पताल ले जाया गया है। लेबनान में स्थित हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी बासेम नईम ने कहा, ‘‘नेतन्याहू और उनकी फासीवादी सरकार द्वारा गाजा में फलस्तीनी लोगों के खिलाफ आज किए गए भयानक नरसंहार के कारण अब तक 210 लोगों की हत्या हो चुकी है और 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। ’’ बंधकों की वापसी के मुद्दे पर इजरायल में लोगों में रोष गहराता जा रहा है। युद्ध शुरू होने के बाद से अभियान चलाकर बचाए गए कुल बंधकों की संख्या सात हो गई है। हमास ने सात अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर अचानक हमला कर लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और 250 लोगों का अपहरण कर लिया था। इसके बाद इजराइल-हमास के बीच युद्ध शुरू हो गया। नवंबर में एक सप्ताह के संघर्षविराम के दौरान हमास द्वारा बंधकों में से लगभग आधे लोगों को रिहा कर दिया गया था। (एपी)