पापुआ न्यू गिनी में एक बार फिर से भीषण हिंसा छिड़ गई है। पुलिस ने बताया कि देश के आदिवासी इलाके में हुई हिंसा में 53 लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि यह मौतें लंबे समय से चली आ रही हिंसा का परिणाम हैं और हाल-फिलहाल में हुई मौतों में सरवाधिक हैं।
राजधानी से 600 किमी दूर हुआ कांड
स्थानीय पुलिस आयुक्त डेविड मैनिंग ने बताया कि अधिकारियों और सैनिकों ने 53 लोगों के शव बरामद कर लिये हैं। उन्होंने कहा कि वे राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में वाबाग शहर के पास मारे गए हैं। मौतों की सटीक परिस्थितियां तुरंत स्पष्ट नहीं थीं, लेकिन पुलिस ने कहा कि इलाके में भारी गोलीबारी की खबरें थीं।
दो आदिवासी समुदायों के बीच हुई झड़प
इस घटना को सिकिन और काकिन आदिवासियों के बीच संघर्ष से जुड़ा माना जाता है। पुलिस को घटनास्थल से वीडियो और तस्वीरें भी मिली हैं। बता दें कि पापुआ न्यू गिनी में हाईलैंड कबीले सदियों से एक-दूसरे से लड़ते रहे हैं, लेकिन स्वचालित हथियारों की आमद ने झड़पों को और अधिक घातक बना दिया है और हिंसा को बढ़ा दिया है।
इलाके में तैनात थे 100 सैनिक
पापुआ न्यू गिनी की सरकार ने हिंसा को नियंत्रित करने के लिए दमन, मध्यस्थता, माफी और कई अन्य रणनीतियों की कोशिश की है, लेकिन बहुत कम सफलता मिली है। सेना ने क्षेत्र में लगभग 100 सैनिकों को तैनात किया था, लेकिन उनका प्रभाव सीमित था और सुरक्षा सेवाओं की संख्या कम और बंदूकें कम थीं।
यहां अक्सर होती रहती है झड़प
हत्याएं अक्सर दूरदराज के समुदायों में होती हैं, जहां कबीले के लोग पिछले हमलों का बदला लेने के लिए घात लगाकर हमला करते हैं। अतीत में गर्भवती महिलाओं और बच्चों सहित नागरिकों को निशाना बनाया गया है। इस इलाके में होने वाले मर्डर बेहद ही हिंसक होते हैं। इस दौरान पीड़ितों को छुरी से काट देते हैं। शव को छत-विक्षत करके छोड़ देते हैं।
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