लेबनान के इस्लामिक संगठन हिज्बुल्ला ने बेरूद में हमास के टॉप आतंकी सालेह अरौरी की इजरायल द्वारा हत्या किए जाने के बाद से ही बदले की कसम खाई है। लिहाजा हिजबुल्ला ने इजरायल पर हमले को तेज कर दिया है। शनिवार को हिजबुल्ला ने इजरायल पर ताबड़तोड़ 62 रॉकेट दागे। इसे लेबनान की राजधानी बेरूत में हमास के शीर्ष नेता अरौरी की इजराइल द्वारा हत्या किए जाने के बाद शुरुआती पलटवार बताया जा रहा है। हिज्बुल्ला के नेता सैयद हसन नसरल्ला ने एक दिन पहले कहा था कि उनका समूह हमास के उप राजनीतिक नेता सालेह अरूरी की हत्या के मामले में पलटवार करेगा।
नसरल्ला ने कहा था कि अगर हिज्बुल्ला ने अपने गढ़ दक्षिणी बेरूत में अरूरी की हत्या के सिलसिले में पलटवार नहीं किया तो सभी लेबनानी इजराइली हमले का शिकार हो सकते हैं। हिज्बुल्ला ने शनिवार को कहा कि उसने माउंट मेरोन में वायु निगरानी अड्डे की ओर 62 रॉकेट दागे, जो सीधे निशाने पर जाकर लगे। इजराइली सेना ने कहा कि करीब 40 रॉकेट मेरोन इलाके की ओर दागे गए, हालांकि उसने अड्डे का जिक्र नहीं किया।
मध्य एशिया में फैली अशांति
इजरायल-हमास युद्ध के चलते पूरे मध्य एशिया में अशांति फैल गई है। गाजा पर हमले के खिलाफ हिजबुल्ला से लेकर हूतिये तक सीधे जंग में कूद गए हैं और इजरायली ठिकानों व लाल सागर में हमला कर रहे हैं। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 14 सप्ताह से जारी इजराइल-हमास युद्ध को पूरे क्षेत्र में फैलने से रोकने के के मकसद से पश्चिम एशिया की यात्रा पर हैं। ब्लिंकन शनिवार को तुर्किये में हैं, जहां वह देश के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री के साथ बैठक करेंगे। तीन महीने में ब्लिंकन की चौथी पश्चिम एशिया यात्रा है। गाजा में इजराइल के अभियानों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना बढ़ रही है। युद्ध को लेकर अमेरिका की चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। लाल सागर, लेबनान, ईरान और सीरिया में हुए हालिया हमलों के बाद अमेरिका की चिंताओं में इजाफा हुआ है। (एपी)
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