Israel: इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को लगभग 3 हफ्ते हो चुके हैं। इस युद्ध में हजारों लोगों की जान जा चुकी है। हजारों लोग घायल हैं और सैकड़ों लोग आतंकवादी संगठन हमास के गिरफ्त में हैं। हमास के आतंकियों ने बीते 7 अक्टूबर की सुबह इजरायल की सीमा में घुसकर अचानक हमले किया था। वहीं अब इजरायली समाचार एजेंसी येरुसलम पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन आतंकियों ने इजरायल में कत्लेआम मचाने से पहले कैप्टागन ड्रग्स का सेवन किया था।
आतंकियों के पास से बरामद हुआ यह ड्रग्स
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना के द्वारा गिरफ्तार किए गए और मार गिराए गए कई आतंकियों के पास से कैप्टागन की गोलियां बरामद हुई थीं। बता दें कि यह ड्रग्स एक सिंथेटिक एम्फ़ैटेमिन-प्रकार का उत्तेजक पदार्थ जिसे दक्षिणी यूरोप में अवैध रूप से उत्पादित किया गया है और तुर्की के माध्यम से अरब प्रायद्वीप के उपभोक्ता बाजारों में तस्करी की जाती है। यह ड्रग्स गरीबों के लिए कोकीन भी कहा जाता है। यह आतंकवादियों को शांति और उदासीनता की भावना से उबारती है और खून-खराबा करने के लिए उकसाती है। इसके साथ ही यह उन्हें लंबे समय तक अत्यधिक सतर्क रखा और भूख के अहसास से भी दूर रखती है।
Image Source : APइजरायल-हमास युद्ध
ISIS के आतंकी भी इस्तेमाल करते थे कैप्टागन ड्रग्स
बता दें कि कैप्टागन ड्रग्स 2015 में तब चर्चा में आया था, जब पता चला कि आईएसआईएस के लड़ाके इसका इस्तेमाल आतंकवादी अभियानों को अंजाम देने से पहले अपने अंदर के डर को दबाने के लिए करते हैं। जैसे ही आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों का प्रभाव कम हुआ, लेबनान और सीरिया ने कमान अपने हाथ में ले ली और बड़े पैमाने पर इस दवा का उत्पादन और वितरण शुरू कर दिया। येरुससलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा विशेष रूप से नशे के आदी युवाओं के बीच नशीली दवाओं के लिए एक लोकप्रिय बाजार बन गया है।
अरबों रुपए में होता है कैप्टागन ड्रग्स का अवैध व्यापार
रिपोर्ट के अनुसार, सीरिया से कैप्टागन का निर्यात 2020 में न्यूनतम 3.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया। यह आंकड़ा सीरिया के कानूनी निर्यात उद्योगों के संयुक्त मूल्य से पांच गुना अधिक है, जिसका अनुमान केवल 70 करोड़ डॉलर से अधिक है। दिसंबर 2021 में कुवैती अधिकारियों ने संतरे की एक खेप में छिपाई गई नौ मिलियन कैप्टागन गोलियां जब्त कीं। ठीक एक सप्ताह पहले, दुबई के अधिकारियों ने नींबू के एक कार्गो के भीतर छिपाकर रखी गई लगभग 380 मिलियन डॉलर कीमत की 1.5 टन कैप्टागन गोलियों की तस्करी पकड़ी थी।
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