हमास के आतंकियों ने आखिरी वक्त में इजरायली सेना को सबसे बड़ा सदमा दिया है। गाजा की लड़ाई में हमास ने इजरायली सेना के एक कमांडर समेत 6 सैनिकों को मार गिराया है। इजरायली सेना ने अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। इजरायली सेना ने शनिवार को अपने 6 सैनिकों के मारे जाने की सूचना एक्स पर जारी की है। साथ ही अपने सैनिकों की बहादुरी पर गर्व भी जताया है। इस हमले में इजरायली सेना में पैराट्रपर्स ब्रिगेड की 101वीं बटालियन के कमांडर कैप्टन जमाल अब्बास भी मारे गए हैं। आइ़डीएफ ने अपने इस बहादुर सैनिक की शहादत पर शोक जाहिर किया है।
एक्स पर एक पोस्ट में आइडीएफ ने लिखा कि "कैप्टन अब्बास आपकी हमें बहुत याद आएगी, हम आपसे बेहद प्यार करते हैं। आपकी वापसी का इंतजार कर रहा हूं।” बता दें कि कैप्टन जमाल अब्बास (जेड”एल) पैराट्रूपर्स ब्रिगेड की 101वीं बटालियन में कंपनी कमांडर के तौर पर तैनात थे। उन्होंने गाजा में हमास आतंकियों के खिलाफ चल रही जमीनी जंग में कई आतंकियों को मार गिराया था। मगर अब वह शनिवार को गाजा में युद्ध में मारे गए हैं।
मारे जाने से पहले पिता और भाई से हुई आखिरी बात
गाजा की लड़ाई में मारे जाने से पहले लड़ाई के दौरान मारे जाने से पहले अपने भाई और पिता से उनकी आखिरी बातचीत हुई थी। उनके पिता सेना से कैप्टन गिदोन सेना से रिटायर्ड हैं और भाई कर्नल (रेस.) आनन अभी आइडीफ में सेवा दे रहा है। कैप्टन जमाल अब्बास ने अपनी शहादत से पहले पिता और भाई से आखिरी बातचीत की। गाजा में युद्ध के दौरान इजरायल के 5 अन्य सैनिक भी मारे गए।
गाजा में मारे गए 5 अन्य सैनिक
- 1.इजरायली सेना के मास्टर सार्जेंट (रेस.) डेविड (डुडी) डिग्मी भी 7 नवंबर को गाजा में लड़ाई के दौरान मारे गए। उनकी उम्र 43 वर्ष थी। रिशोन लेज़ियन के रहने वाले डेविड गाजा डिवीजन के दक्षिणी ब्रिगेड में एक पैरामेडिक के रूप में कार्यरत थे।
- 2.स्टाफ सार्जेंट श्लोमो गुरतोवनिक भी गाजा युद्ध में शहीद हो गए। उनकी उम्र 21 वर्ष थी। वह मोडी'इन मैककैबिम-रेउत के रहने वाले थे। वह ब्रिगेड 401 की बटालियन 46 में एक लड़ाकू अर्धसैनिक के रूप में कार्यरत थे।
- 3. आइडीएफ के अल्फ़ेई मेनाशेह के 21 वर्षीय कैप्टन ईडन प्रोवाइज़र भी गाजा में युद्ध में शहीद हो गए। वह ब्रिगेड 401 व 52 बटालियन में एक प्लाटून कमांडर के रूप में कार्यरत थे।
- 4. इसी तरह स्टाफ सार्जेंट आदि मलिक हार्ब गाजा में युद्ध में शहीद हो गए। उनकी उम्र महज 19 वर्ष थी। वह नाहल ब्रिगेड में नाहल कमांडो यूनिट में कार्यरत थे।
- 5. येरुशलम के 21 वर्षीय स्टाफ सार्जेंट शचर फ्रिडमैन ने पैराट्रूपर्स ब्रिगेड की बटालियन 101 में सेवा की। वह भी गाजा में युद्ध में शहीद हो गए।
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