G-20 in Bali: इंडोनेशिया के बाली में दुनिया की सबसे बड़ी 20 अर्थव्यवस्थाओं के वित्तीय नेताओं ने इस सप्ताह बैठकें की। इन बैठकों के दौरान सभी देश के नेताओं ने मुद्रास्फीति और खाद्य संकट जैसी वैश्विक बीमारियों से संयुक्त रूप से निपटने की आवश्यकता पर सहमति जताई, लेकिन यूक्रेन में युद्ध पर मतभेदों को खत्म करने में विफल रहे। बता दें कि इस साल जी-20 देशों की बैठक की मेजबानी कर रहे इंडोनेशिया ने यूक्रेन में रूस के आक्रमण पर सदस्य देशों के बीच विभाजन को पाटने की कोशिश की, लेकिन यूक्रेन-रूस के संघर्ष को लेकर दुश्मनी साफ दिख रही थी।
"अभी भी कई मुद्दे हैं जिनका समाधान नहीं हो सका"
G-20 देशों की बैठक में वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के प्रमुखों ने उन अन्य वैश्विक चुनौतियों पर सहमति व्यक्त की, जो युद्ध के कारण और खराब हुई हैं। इन चुनौतियों में दशकों की उच्च मुद्रास्फीति और खाद्य असुरक्षा शामिल है, जो इस युद्ध से और भयानक हो गई है। यह पूछे जाने पर कि बैठक के बाद कोई संयुक्त बयान या विज्ञप्ति क्यों नहीं आई, इंडोनेशिया की वित्त मंत्री मुल्यानी इंद्रावती ने कहा कि प्रतिनिधियों ने इस बारे में सहमति व्यक्त की कि इंडोनेशिया को इस स्थिति का प्रबंधन करना है।
इंडोनेशियाई केंद्रीय बैंक के गवर्नर पेरी वारजियो और इंद्रावती ने कहा कि इंडोनेशिया बाद में जी-20 अध्यक्ष के तौर पर बयान जारी करेगा जिसमें उन क्षेत्रों का वर्णन करने वाले दो पैराग्राफ शामिल होंगे जहां सदस्य देश सहमत होने में विफल रहे। इंद्रावती ने कहा कि अभी भी ऐसे मुद्दे हैं जिनका समाधान नहीं हो सका, "क्योंकि वे (रूस-यूक्रेन) युद्ध से संबंधित अपने विचार व्यक्त करना चाहते हैं।"
G-20 में इन देशों ने की रूस की निंदा
गवर्नर पेरी वारजियो ने आगे कहा कि मुद्रास्फीति चार दशक के उच्चतम स्तर पर चल रही है और जून में अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य 9.1 प्रतिशत ऊपर थे। शुक्रवार को शुरू हुई बैठकों के दौरान अमेरिका की वित्त सचिव जेनेट येलेन ने युद्ध में निर्दोष लोगों की मौत को लेकर मॉस्को की निंदा की। उन्होंने कहा, "वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव खासकर वस्तुओं की उच्च कीमत के लिए रूस जिम्मेदार है।" कनाडा के वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने बैठकों में रूसी अधिकारियों की उपस्थिति की तुलना "अग्निशामकों में शामिल एक आगजनी करने वाले" से की। खबर है कि रूसी अधिकारियों ने युद्ध और बिगड़ती मुद्रास्फीति और खाद्य संकट के लिए पश्चिमी प्रतिबंधों को जिम्मेदार ठहराया।
Latest World News