ताइवान में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मैग्नीट्यूड मापी गई है। इस महीने यह ताइवान में दूसरा बड़ा भूकंप है। इससे पहले महीने की शुरुआत में यहां 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 17 लोगों की जान चली गई थी।
मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र देश के पूर्वी हिस्से में था। शनिवार को इस भूकंप ने हाउलिन को हिला कर रख दिया। ताइवान की राजधानी ताइपे में भी इमारतें हिलती हुई दिखीं। भूकंप का केंद्र धरती की सतह से 24.9 किलोमीटर अंदर था। शुरुआत में किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की खबर नहीं है।
एक महीने में 1000 से ज्यादा झटके
ताइवान में एक महीने के अंदर एक हजार से ज्यादा झटके महसूस किए जा चुके हैं। इसी महीने की शुरुआत में यहां 7.1 तीव्रता का तेज भूकंप आया था, जिसमें 17 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद से ताइवान की धरती लगातार हिल रही है। शनिवार के दिन भी यहां 30 मिनट के अंतराल में दो झटके महसूस किए गए। इनमें से एक की तीव्रता 6.1 थी और दूसरे की तीव्रता 5.8 थी। दोनों भूकंप का केंद्र लगभग समान था, लेकिन दूसरे भूंकप के केंद्र की गहराई धरती की सतह से 18.9 किलोमीटर अंदर थी।
ताइवान में क्यों ज्यादा आते हैं भूकंप
धरती के अंदर कई तरह की परते हैं और नीचें प्लेट हैं, जिनके आपस में टकराने पर भूंकप आते हैं। ताइवान दो प्लेटों के बीच में स्थित हैं। ऐसे में जब भी वह दो प्लेट टकराती हैं, तब ताइवान में भूकंप आते हैं। 1999 में यहां भूकंप की वजह से 2000 लोगों की जान गई थी। वहीं, 2016 में भी 100 लोग भूकंप के कारण मारे गए थे।
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