अफ्रीकी देश मोरक्को में सुबह-सुबह भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी है। यहां धरती में हुए कंपन के बाद कई इमारतें ढह गईं। अब तक 820 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। बीती रात को 6.8 की तीव्रता से जोरदार भूकंप आया था। इस प्राकतिक आपदा को लेकर देश के संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने कहा कि यह बीते 120 से अधिक सालों में उत्तरी अफ्रीकी राष्ट्र के इस हिस्से में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप था। बता दें कि भूकंप आने के बाद माराकेश में इमारते हिलने लगी। इससे डरकर लोग अपने-अपने मकानों से निकलकर सड़कों पर आ गए। सरकार द्वारा अब भी नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
घरों और रेस्तरां से बाहर भागते दिखे लोग
यूएसजीएस ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस भूकंप का केंद्र 18.5 किमी गहराई में था जो माराकेश से लगभग 72 किमी दक्षिण-पश्चिम और एटलस पर्वतीय शहर ओकाइमेडेन से 56 किमी पश्चिम में आया। सोशल मीडिया पर इस बाबत कुछ वीडियो भी शेयर किए जा रहे हैं जिसमें कई इमारतें ढहती हुई दिखाई दे रही हैं। वहीं कई लोग शॉपिंग सेंटर, रेस्तरां और अपार्टमेंट से डर के मारे भागते और सड़कों पर इकट्ठा होते दिखाई दे रहे हैं। माराकेश में भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। यहां लोगों को दोबारा भूकंप आने की आशंका है।
पहले भी आए हैं भीषण भूकंप
बता दें कि मोरक्को में आमतौर पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं क्योंकि यह अफ्रीकी और यूरेशियाई प्लेट के बीच स्थित है। जानकारी के मुताबिक पिछले 120 सालों में आए सभी भूकंपों में इस भूकंप को सबसे अधिक शक्तिशाली बताया जा रहा है। बता दें कि पूर्वोत्तर मोरक्को के में साल 2004 में तेज भूकंप के झटके देखने को मिले थे। इस घटना में करीब 628 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं अल्जीरिया में साल 1980 में 7.3 तीव्रता वाला भूकंप देखने को मिला था। इस घटना में 2500 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 3 लाख लोग बेघर हो गए थे।
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