ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर लगातार हमले, जानिए क्या बोले इस देश के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन
ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। खालिस्तानी समर्थक लोग हिंदू मंदिरों पर न सिर्फ अटैक कर रहे हैं, बल्कि भड़काने वाले स्लोगन भी लिख जाते हैं। भारत ने इस पर ऑस्ट्रेलिया से कड़ा ऐतराज जताया है। इस पर ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने बड़ी बात कही है।
Australia on Hindu Temples: ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस पर भारत सरकार ने भी ऑस्ट्रेलिया से अपनी चिंता जताई है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 समिट के दौरान भारत आए ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज से इस चिंता को जाहिर किया था और इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की अपील की थी। ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिर पर हमले पर ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन का बयान आया है। फिलिप ग्रीन का कहना है, 'आप हिंदू मंदिरों के संबंध में जिस तरह की हरकतों की बात कर रहे हैं, हम उसे उतनी ही गंभीरता से लेते हैं, जितनी गंभीरता से हम अपने समाज में किसी भी धार्मिक तत्व के संबंध में किसी भी कार्रवाई को लेते हैं।' उन्होंने कहा कि हमारे पास इससे निपटने का बहुत अनुभव है। हमारी पुलिस और खुफिया तथा अलग अलग एजेंसियां और राज्य प्राधिकारी इस पर गहराई से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
हिंदू मंदिरों पर हमले को गंभीरता से लेता है ऑस्ट्रेलिया
फिलिप ने कहा कि 'आपने शायद देखा होगा कि हमारे देश में, यह वास्तव में परेशान करने वाली या गंभीर किसी भी चीज में तब्दील नहीं हुआ है और यह पूरी तरह से संयोग नहीं है। यह बड़े पैमाने पर है क्योंकि हम सरकार में इसे गंभीरता से और सीधे लेते हैं। हम जो समस्याएं पाते हैं उनसे निपटते हैं।" ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हमला कहीं अधिक बढ़ गया है। खास बात यह है कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऑस्ट्रेलिया दौरे से ठीक पहले सिडनी के एक बड़े हिंदू मंदिर पर हमला हुआ था। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त के अनुसार वे हमलों को निष्क्रिय करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
मंदिरों पर हमले को लेकर कही यह बात
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन बुधवार को नई दिल्ली के एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट में पहुंचे। यहां उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों को गंभीरता से लेते हैं। ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान के बढ़ते प्रभाव को लेकर किए गए सवाल पर ग्रीन ने कहा कि हम इस मुद्दे पर भारत के साथ हैं। ऑस्ट्रेलिया सिर्फ फाइव आइज का भागीदार होने के कारण यह बात नहीं कह रहा, बल्कि हम एक मित्र के रूप यह बात कह रहे हैं। हम भारत का सम्मान करते हैं। हमारे रिश्ते काफी ज्यादा मजबूत हैं। हम पीठ पीछे भी संवेदनशील मुद्दों पर चिंता जाहिर करते हैं और सावधानी से चर्चा कर उन्हें मिटाने की कोशिश करते हैं।
5 वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया का द्विपक्षीय कारोबार 50 फीसदी बढ़ा
ऑस्ट्रेलियाई राजदूत ने आगे कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध अब तक के इतिहास में सबसे उच्च स्तर पर है। बावजूद इसके मैं यहां हूं, तो सिर्फ आराम करने के लिए नहीं। मैं यहां रिश्तों को और मजबूत करने के लिए आया हूं। जब मुझे हमारे प्रधानमंत्री ने भारत भेजा था, तब उन्होंने मुझसे रिश्तों की मजबूती पर खास ध्यान देने के लिए कहा था। हम व्यापार, वाणिज्य, क्वाड सहित कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करते हैं। हमारा व्यापार पिछले पांच वर्षों में करीब 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है। पिछले वर्ष ही हमने आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर भी किए।
इसी साल जनवरी में तीन हमले
12 जनवरी को हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटना सामने आई। तब मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए थे। इसके बाद 17 जनवरी को भी इसी तरह की घटना एक हिंदू मंदिर में हुई। 15 दिन के अंदर तीसरी बार ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत में एक मंदिर को निशाना बनाया गया। दीवारों पर भारत-विरोधी नारे लिखे।