किंशासा : कांगो की राजधानी किंशासा में भारी बारिश के चलते बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आने से करीब 120 लोगों की मौत हो गई है। इस प्राकृतिक हादसे में दर्जनों लोगों के जख्मी होने की खबर है। प्रधानमंत्री जीन मिशेल सामा लुकोंडे ने बताया कि राहत और बचाव कार्य में जुटे लोग अभी भी लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं। मलबे में और शवों के होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। मंगलवार को एक टीवी पर प्रसारित संदेश में उन्होंने कहा- 'इस हादसे का आकलन करते हुए हमने यह पाया कि प्राथमिक दृष्टि मानवीय नुकसान ज्यादा है।'
कांगो नदी के तट पर बसे किंशासा की पहचान कभी मछली पकड़ने के स्थान के तौर पर जाना जाता था लेकिन आज यह शहर अफ्रीका के सबसे बड़े मेगासिटी के तौर पर विकसित हो चुका है। इस शहर की आबादी करीब 15 मिलियन है।
शहरीकरण की तेज गति के बीच किंशासा का विकास नियोजित तरीके से नहीं हो पाया। यह बेहद अनप्लांड और अव्यस्थित तरीके से बसा हुआ है। जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम में व्यापक बदलाव देखने को मिला है। लगातार हो रही भारी बारिश के चलते शहर में बाढ़ आ गई। इसके बाद भूस्खलन ने भी बड़े पैमाने पर शहर में तबाही मचाई।
बाढ़ से प्रभावित किंशासा के आसपास 24 इलाकों में करीब 1.2 करोड़ लोग रहते हैं। इलाके के मेयर अलीदोर त्शिबांडा ने कहा कि अभी शवों की गिनती की जा रही है। बारिश और बाढ़ से किंशासा में सड़कों पर कीचड़ भर गया है। जगह-जगह सड़कें टूट गईं हैं।
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