Global Economic slowdown: श्रीलंका में डवांडोल हुए आर्थिक हालात के बीच ब्रिक्स देशों ने सेवा व्यापार बढ़ाने के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया है। ताकि वैश्विक मंदी की आहट के बीच अर्थव्यवस्था को संजीवनी पिलाई जा सके। हाल के कई वर्षों में सेवा व्यापार के पक्ष में चीन के दोस्तों का दायरा ज्यादा व्यापक हो गया है। उनमें ब्रिक्स देशों के साथ सेवा व्यापार के पैमाने में बड़ी वृद्धि हुई है। वर्ष 2022 के चीनी अंतर्राष्ट्रीय सेवा व्यापार मेले के दौरान आए ब्रिक्स देशों के प्रतिनिधियों के मुताबिक सेवाओं में व्यापार का डिजिटल सशक्तिकरण सामान्य प्रवृत्ति है। ब्रिक्स देशों के बीच सेवा व्यापार के सहयोग की निहित शक्ति बहुत बड़ी होगी।
ब्रिक्स ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और दक्षिण अफ्रीका देशों का एक संयुक्त संगठन है। चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में चीन का सेवा आयात-निर्यात पहली बार 8 खरब डॉलर से अधिक पहुंचा, जो इतिहास में एक नया रिकॉर्ड बना। और इसमें वर्ष 2020 की तुलना में 21 प्रतिशत का इजाफा हुआ। उनमें ब्रिक्स देशों के साथ सेवा व्यापार में वर्ष 2020 की अपेक्षा 52 प्रतिशत की वृद्धि हुई। चीनी वाणिज्य मंत्रालय की सहायक मंत्री क्वो थिंगथिंग ने कहा कि सेवा व्यापार में ब्रिक्स सहयोग ने मजबूत लचीलापन दिखाया है।
कोविड महामारी में तेज हुआ डिजिटल व्यापार
दक्षिण अफ्रीका की सत्तारूढ़ पार्टी एएनसी के मुख्य कोषाध्यक्ष के आर्थिक सलाहकार साशा मुलर ने कहा कि हाल के कई वर्षों में चीन को दक्षिण अफ्रीका के सीमा-पार ई-कॉमर्स निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सेवा व्यापार आदान-प्रदान हुआ है। ब्राजील के उप अर्थव्यवस्था मंत्री अलेक्जेंड्रे यवत के विचार में कोविड-19 महामारी से वाणिज्य व सामाजिक विकास की डिजिटल प्रक्रिया तेज हुई है। इस पृष्ठभूमि में डिजिटलीकरण विकल्प नहीं बल्कि जरूरत बन गया है।
डिजिटलीकरण से व्यापार को मिलेगी गति
रूस के आर्थिक विकास मंत्रालय के उप मंत्री व्लादिमीर इलीइचेव ने कहा कि आज डिजिटल सेवाएं ई-सरकार, ई-कॉमर्स, ई-स्वास्थ्य, ई-बैंकिंग और ई-टिकटिंग जैसे विभिन्न अनुप्रयोगों में अंतर्निहित हैं। ब्रिक्स देशों को सेवा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना और इसे बढ़ाने के लिये कदम उठाने चाहिये। भारत के वाणिज्य और उद्योग के सहायक मंत्री अमित यादव ने कहा कि सेवा व्यापार के सहयोग भूमंडलीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने यह सलाह भी दी कि डिजिटलीकरण के क्षेत्र में ब्रिक्स देशों को संस्थागत सहयोग बढ़ाना चाहिए और देशों को जोड़ने में मदद करनी चाहिए।
अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में जुटे देश
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका अपनी-अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में जुटे हैं। इस दौरान चीन और रूस के हार्थिक हालात ज्यादा खराब हैं। वहीं भारत ने अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना रखा है। इस वैश्विक मंदी में भारत अन्य देशों के लिए प्रेरणा का पात्र बनकर उभरा है। हाल की तिपाही में भारत ने अपनी जीडीपी में 13 फीसद की वृद्धि के साथ दुनिया को दिखा दिया कि वह किसी भी मायने में पीछे नहीं है।
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