ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ विदेशों में साजिश रच रहे खालिस्तानियों को बड़ा झटका दिया है। आस्ट्रेलिया की एक नगर परिषद ने सिडनी में होने वाले खालिस्तान प्रचार जनमत संग्रह कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। खालिस्तानी यह संग्रह भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की नीयत से करने वाले थे। मगर आस्ट्रेलिया की सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी। अभी कुछ दिनों पहले ही आस्ट्रेलियाई पीएम की प्रधानमंत्री मोदी से दिल्ली में मुलाकात हुई थी। इस दौरान खालिस्तानियों को लेकर भारत ने किसी तरह का समर्थन दिए जाने पर आपत्ति जताई थी। अब ऑस्ट्रेलिया ने खालिस्तानियों को यह कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी।
आस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर कार्रवाई करते हुए, ब्लैकटाउन सिटी काउंसिल ने खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) द्वारा ब्लैकटाउन लीजर सेंटर स्टैनहोप में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को रद्द कर दिया। ब्लैकटाउन सिटी काउंसिल के एक प्रवक्ता ने मीडिया आउटलेट को बताया, काउंसिल ने आज सुबह इस बुकिंग को रद्द कर दिया है क्योंकि यह काउंसिल की अपनाई गई नीति के विरोध में है और काउंसिल के कर्मचारियों, परिषद की संपत्ति और जनता के सदस्यों के लिए जोखिम के कारण है। उन्होंने कहा, काउंसिल का निर्णय किसी भी तरह से भारत या पाकिस्तान के आंतरिक मामलों से संबंधित किसी भी राजनीतिक स्थिति का समर्थन या आलोचना नहीं है और किसी विशेष राजनीतिक स्थिति के समर्थन के रूप में इसका प्रतिनिधित्व नहीं करता है।
एसएफजे करता है आतंकियों की सराहना
यह घटना 23 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑस्ट्रेलिया की यात्रा से कुछ दिन पहले सामने आई। कई शिकायतकर्ताओं में से एक अरविंद गौड़ ने ब्लैकटाउन सिटी काउंसिल के मेयर टोनी ब्लिसडेल को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्हें बताया गया था कि एसएफजे कार्यक्रम द्वारा पोस्टर और बैनर के माध्यम से आतंकवादियों की प्रशंसा की जा रही है। गौड़ ने द ऑस्ट्रेलिया टुडे को बताया कि उन्हें काउंसिल के सीईओ केरी रॉबिन्सन से एक जवाब मिला है जिसमें बताया गया है कि काउंसिल के अधिकारियों द्वारा अनधिकृत बैनर और पोस्टर हटाए जा रहे हैं और उन्होंने एनएसडब्ल्यू पुलिस से सलाह मांगी है। रॉबिंसन ने कहा, हम सार्वजनिक संपत्ति पर शहर के चारों ओर लगे बैनर और पोस्टर हटा रहे हैं क्योंकि ये हमारी मंजूरी के बिना लगाए गए हैं।
द ऑस्ट्रेलिया टुडे के अनुसार, खालिस्तान प्रचार कार्यक्रम के लिए अनुमति वापस लेने का निर्णय लेने में एनएसडब्ल्यू पुलिस, ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन, ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस और विदेश मामलों और व्यापार विभाग शामिल थे। साल की शुरूआत से ही पूरे ऑस्ट्रेलिया में भारतीय प्रतिष्ठानों और मंदिरों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए हैं। हाल ही में 5 मई को सिडनी में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल था।
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