दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन में इस बार नई ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज हुई है। पीएम मोदी के प्रयासों से ब्रिक्स का विस्तार कर दिया गया है। अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को नए सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। अब 1 जनवरी 2024 से औपचारिक रूस से यह सभी देश ब्रिक्स के सदस्य बन जाएंगे। इससे संगठन को और मजबूती मिलेगी। ब्रिक्स द्वारा छह देशों को अपने नए सदस्य के तौर पर शामिल करने के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि समूह का आधुनिकीकरण और विस्तार यह संदेश है कि सभी वैश्विक संस्थानों को बदलते दौर में खुद को बदलने की जरूरत है। पीएम मोदी का इशारा साफ तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की ओर था। यूएनएससी को ऐसा कहकर पीएम मोदी ने संदेश दिया है कि हमने तो ब्रिक्स का विस्तार कर दिया, मगर आप संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का कब करेंगे।
जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स नेताओं के साथ एक मीडिया ब्रीफिंग में मोदी ने कहा कि अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को नए सदस्यों के रूप में शामिल करने से समूह को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। जोहानिसबर्ग में तीन दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंत में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने पांच देशों के समूह के विस्तार पर निर्णय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नए सदस्य देश एक जनवरी, 2024 से ब्रिक्स का हिस्सा बन जाएंगे। अपनी टिप्पणी में, मोदी ने कहा कि समूह के विस्तार का निर्णय बहुध्रुवीय दुनिया में कई देशों के विश्वास को और मजबूत करेगा। मोदी ने रामफोसा, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा की मौजूदगी में अपने मीडिया बयान में यह टिप्पणी की।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने ब्रिक्स सम्मेलन में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल होकर अपना मीडिया बयान दिया। उन्होंने सभी नए सदस्यों को बधाई दी। वहीं अपनी टिप्पणी में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन किया है तथा माना है कि नए सदस्यों के जुड़ने से समूह और मजबूत होगा। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि हमारी टीमें ब्रिक्स के विस्तार के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर एक साथ सहमत हुई हैं।” उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि तीन दिनों के विचार-विमर्श से कई सकारात्मक नतीजे निकले।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि “हम समूह के नए सदस्य देशों के साथ काम करके ब्रिक्स को नई गतिशीलता देने में सक्षम होंगे।” नए ब्रिक्स सदस्यों के रूप में शामिल किए गए देशों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इन सभी के साथ भारत के बहुत गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। (भाषा)
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