बेरूत: सीरिया में एक बार फिर हवाई हमले हुए हैं। मंगलवार को पूर्वी सीरिया में हुए सिलसिलेवार हवाई हमलों में एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए, जिनमें एक ईरानी सैन्य सलाहकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए काम करने वाली टीम का एक सदस्य भी शामिल था। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी है। फिलहाल, अब तक इस बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है कि इराक की सीमा से लगे सीरिया के पूर्वी प्रांत दीर अल-जौर में हवाई हमलों के पीछे कौन था। 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' के अनुसार हमलों एक ईरानी सलाहकार, उनके दो अंगरक्षकों के साथ-साथ ईरान समर्थित समूह के नौ इराकी लड़ाके और दो सीरियाई सहित 15 लोग मारे गए और एक सीरियाई इंजीनियर भी मारा गया है।
पहले भी हुआ हमला
यहां ये भी बता दें कि, हाल ही में इजराइल की सेना ने सीरिया पर रात के समय कई ठिकानों पर हवाई हमला किया था। इजराइली सेना की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक में सीरिया के कई आतंकी ठिकाने तबाह हो गए थे। इजरायली सेना ने यह हमला दक्षिणी सीरिया में कई स्थानों पर एक साथ किया था। पूर्व में हुए हमले के बाद युद्ध पर निगरानी रखने वाले ब्रिटेन स्थित संगठन ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमैन राइट्स’ ने बताया था कि इजरायली हवाई हमलों में दमिश्क के उत्तरपूर्वी कलमौन पर्वत पर स्थित दो सैन्य अड्डों को निशाना बनाया गया। यहां पर हिजबुल्ला लड़ाकों की मौजूदगी थी। हमले में के मारे जाने की आशंका भी जताई गई थी।
निशाने पर थी हथियारों की खेप
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमैन राइट्स’ ने बताया था कि हमलों में हथियारों की एक खेप को निशाना बनाया गया था। ब्रिटिश संगठन ने बताया था कि यह 2024 में सीरिया में इजरायल का 24वां हमला था। इजराइल की तरफ से हमले को लेकर कोई बयान सामने नहीं आया था। (एपी)
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