पोर्ट-ऑ-प्रिंस: कैरीबियन सागर में स्थित देश हैती में हालात इन दिनों काफी खराब हो चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हैती की राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस में सोमवार तड़के हथियारबंद गिरोहों ने आसपास के इलाकों में ताबड़तोड़ हमले किए, जिसमें कम से कम एक दर्जन लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि हथियारबंद लोगों ने लाबूले और थोमसिन इलाकों में घरों में लूटपाट की, जिसके चलते लोगों को वहां से भागने को मजबूर होना पड़ा जबकि कुछ ने रेडियो स्टेशनों के माध्यम से पुलिस से मदद की गुहार लगाई।
फोटो जर्नलिस्ट ने सड़कों पर देखीं 12 लाशें
बता दें कि पोर्ट-ऑ-प्रिंस में 29 फरवरी को हिंसक गिरोहों के हमलों के बावजूद आसपास के इलाकों में स्थिति शांतिपूर्ण थी। AP के एक फोटो जर्नलिस्ट ने लाबूले और थोमासिन इलाकों के करीब पेटियनविल्ले में सड़कों पर कम से कम 12 पुरुषों के शव देखे हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हैती में आपराधिक गिरोहों की हिंसा के कारण छोटे-मोटे गृह युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हैती में हथियारबंद गिरोहों ने पिछले दिनों पुलिस थानों को जला दिया, मुख्य एयरपोर्ट पर हमला किया और देश की 2 सबसे बड़ी जेलों को निशाना बनाया। प्रधानमंत्री एरियल हेनरी के इस्तीफे की मांग को लेकर शुरू हुए इन हिंसक हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं और हैती के 15,000 से अधिक नागरिक बेघर हो गए हैं।
अपने नागरिकों को हैती से निकालेगा भारत!
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि वह हैती में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मद्देनजर अपने 90 नागरिकों को निकालने पर विचार कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि हैती में 75 से 90 भारतीय मौजूद हैं जिनमें से लगभग 60 ने ‘जरूरत पड़ने पर’ भारत लौटने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ रजिस्ट्रेशन कराया है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी को वहां से निकालने के लिए तैयार हैं।’ बता दें कि हैती में भारत का दूतावास नहीं है और देश की स्थिति पर डोमिनिकन गणराज्य की राजधानी सैंटो डोमिंगो स्थित भारतीय मिशन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।
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