नई दिल्ली. हजारों साल पुरानी भारतीय अभ्यास की विधि योग दुनियाभर में प्रसिद्ध होती ज रही है, लेकिन हाल ही दिनों में उत्तरी अमेरिका के देश क्यूबा में योग को लेकर एक अलग दीवानगी देखने को मिल रही है। आयुष मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि क्यूबा में योग की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, समय के साथ हमारे पूर्वजों द्वारा दुनिया को दिया गया उपहार वास्तव में एक सार्वभौमिक विरासत बन गया है और अब दुनिया भर में फैलता चला जा रहा है।
पढ़ें- TikTok को लगा फिर बड़ा झटका! चीन के दोस्त पाकिस्तान ने किया block
आयुष मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि हवाना में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी है कि क्यूबा योग एसोसिएशन के अध्यक्ष और संस्थापक प्रो एडुआर्डो पिमेंटेल वाज़क्वेज़ उस देश में योग में एक अग्रणी व्यक्ति हैं। वह 30 वर्षों से क्यूबा में योग सिखा रहे हैं और उन्होंने 50 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया है।
पढ़ें- टल सुरंग के उद्घाटन से बौखलाया चीन, बोला- युद्ध के दौरान...
बयान में कहा गया कि 1.13 करोड़ की आबादी वाले क्यूबा में योग के सतत विकास में यह महत्वपूर्ण योगदान है। बयान में बताया गया कि हाल ही के Pimentel Vazquez के एक इंटरव्यू को क्यूबा में काफी ज्यादा पढ़ गया। इस इंटरव्यू में इसबात पर प्रकास डाला गया कि कैसे क्यूबा में योग काफी लोकप्रिय हो गया है।
पढ़ें- LAC पर तनाव के बीच BRO ने बना दी एक और महत्वपूर्ण सड़क, उड़े चीन और पाकिस्तान के होश, जानिए खासियत
आयुष मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि क्यूबा में हर रोज योग करने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है। हर उम्र के लोगों को पार्कों में, घरों में, म्यूजिम में योग करते देखा जा सकता है। बयान में कहा गया कि क्यूबा में योग के प्रति दीवानगी को देखकर यहां भारत से आए किसी भी व्यक्ति को यह भ्रम हो सकता है कि वह मैसूरु या हरिद्वार में है। Pimentel Vazquez के इंटरव्यू के अनुसार, एक पुस्तक ने उनकी जिंदगी बदल दी। वो 12 की उम्र से ही चेस के प्लेयर थे। साल 1972 में उन्हें किसी ने योग पर एक किताब गिफ्ट की थी। (ANI)
Latest World News