सऊदी अरब सरकार का एक और सुधारवादी कदम- सेना में भर्ती हो सकेंगी महिलाएं
सऊदी सरकार देश में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देना चाहती है। जिसके कारण एक के बाद एक सुधारवादी फैसले लिए जा रहे हैं।
सऊदी अरब की सरकार ने महिलाओं के लिए एक और ऐतिहासिक फैसला लिया है। सऊदी अरब के इतिहास में पहली बार महिलाओं को सेना में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। इसके लिए 12 कठोर नियम बनाए गए हैं जो भी लड़की इन्हें पूरा कर पाएगी सेना में शामिल हो सकेगी। सेना में शामिल होने की इच्छुक महिलाएं गुरुवार तक आवेदन दे सकती है। बीबीसी की खबर के अनुसार सेना के जो पद महिलाओं के लिए रखे गए हैं हालांकि वो सीधे युद्ध संबंधी नहीं हैं लेकिन जो महिलाएं शामिल की जाएंगी उन्हें मक्का, रियाध, अल-कासिम और मदिना में पोस्ट किया जा सकता। सेना में शामिल होने के लिए जो नियम रखे गएं हैं उनमें सऊदी का नागरिक होना, 25 से 35 साल के बीच की उम्र, हाई स्कूल डिप्लोमा, जहां पोस्टिंग होनी है वहीं की रिहायशी और एक पुरुष गार्जियन का होना और साथ कम से कम 5 फीट की कद और उसके अनुरूप ही वजन ही। इसके आलावा मेडिकल चैकअप के कई टेस्ट भी रखे गए हैं।
किसी प्रकार कोई अपराधिक रिकॉर्ड का नहीं होना और पहले से ही किसी सरकारी विभाग में काम कर रही महिला और किसी गैर सऊदी पुरुष से निकाह करने वाली महिलाओं को सेना में शामिल नहीं किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि सऊदी अरब के शाह अपने 2030 के सोशल विजन प्रोग्राम के तहत महिलाओं को इस तरह की छूट देने का ऐलान कर रहे हैं। अभी तक सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था पूरी तरह कच्चे तेल के उत्पादन पर टिकी है। अब धीरे धीरे वहां की सरकार देश में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देना चाहती है। इसी योजना में वहां की सरकार महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ाना चाहती है। इसी को देखते हुए धीरे धीरे सरकार महिलाओं के लिए नियमों में ढील कर रही है। इससे पहले महिलाओं को ड्राइविंग करने और फुटबॉल मैच देखने की इजाजत मिली थी। इसके बाद उन्हें बिना अपने पति या पुरुष रिश्तेदार से अनुमति के अपनी मर्जी से कारोबार शुरू करने की इजाजत दी गई और सेना के दरवाजे भी महिलाओं के लिए खोल दिए गए हैं।