क्यों ख़ौफ़ खाता है ISIS इस्राइल से
ISIS का ख़ौफ़ आज सारी दुनियां में है लेकिन इसी दुनियां में एक देश ऐसा भी है जिससे ISIS सबसे ज़्यादा डरता है। दरअसल इस्राइल शहरी और छापामार युद्ध में बहुत दक्ष है और ISIS
ISIS का ख़ौफ़ आज सारी दुनियां में है लेकिन इसी दुनियां में एक देश ऐसा भी है जिससे ISIS सबसे ज़्यादा डरता है। दरअसल इस्राइल शहरी और छापामार युद्ध में बहुत दक्ष है और ISIS इसी से ख़ौफ़ खाता है।
ये जानकारी पत्रकार जुर्गेन टुदेनहोफर ने अपनी किताब में दी है। वे ISIS के इलाकें में काफी समय रह चुके हैं। जर्मन पत्रकार ISIS के कब्ज़े वाले मोसुल इलाक़े में 10 दिन बिताए हैं और उन्होंने ISIS के आतंकियों से बात भी की है।
इस्राइल जहां शहरी और छापामार युद्ध में पारंगत है वही अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देश इस मामले में पिछड़े हुए हैं। अगर ISIS को इन देशों से लड़ना पड़े तो उसे ख़ास परेशानी नहीं होगी।
मोसुल में ISIS के 10 हज़ार आतंकी दो हज़ार अपार्टमेंट में रहते हैं जो सारे शहर में हैं। यही वजह है कि पश्चिमी देश यहां ज़मीनी लड़ाई लड़ने से कतरा रहे हैं।
बग़दादी इस्राइल को दुश्मन मानता है लेकिन उस पर हमलें से क्यों डरता है?
आईएसआईए के ख़लीफ़ा बग़दादी इस्राइल और यहूदियों को अपना दुश्मन मानते हैं लेकिन अभी तक उसने इस्राइल पर हमला नहीं किया है। एक जर्मन पत्रकार के अनुसार दरअसल आईएसआईए अमेरिका और ब्रिटेन की सेना से नहीं बल्कि इजरायल के कमांडो से खौफ खाता है। और यहीं वह सबसे खास कारण है जिसके चलते आईएसआईएस ने इजरायल की राजधानी जेरुशलम पर हमले की रणनीति के तहत काम नहीं करता है।
इस्राइली सेना दुनिया की चौथी बड़ी सेनाओं में से एक है। इसके साथ ही वहां पर पुलिस के जवानों को भी विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही इस्राइल का सिक्यूहरिटी सिस्टम भी बेहद मज़बूत और अचूक है।इस्राइल आतंकवाद की निंदा करता है और उसके खात्में के लिए वह भी प्रयासरत है,सबसे खास बात इस्राइल की सेना जिन सात ख़ास मंत्रों को फॉलो करती है उसमें से एक है किसी भी वॉर में ऐसी मजबूत रणनीति के साथ उतरना कि कम से कम नुकसान हो।