काराकास: वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ऐलान किया है कि देश में रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन का सबसे पहला टेस्ट उनके ऊपर किया जाएगा। मादुरो के इस बयान ने तमाम लोगों को चौंका दिया है क्योंकि दुनिया के कई देश रूस की Sputnik-V वैक्सीन पर शक जता रहे हैं। बता दें कि Sputnik-V दुनिया में अप्रूव होने वाली सबसे पहली वैक्सीन है और रूस ने इसका उत्पादन भी शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेनेजुएला में अब तक 34 हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 288 लोगों की मौत हो चुकी है।
‘सबसे पहले मैं लूंगा वैक्सीन’
वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने कहा है कि अपने देश में सबसे पहले वह रूस निर्मित वैक्सीन को अपने ऊपर टेस्ट करेंगे। मादुरो ने इस बात के लिए खुशी जताई है कि रूस ने सबसे पहले कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाई है। उन्होंने कहा, 'एक वक्त होगा जब हम सबका टीकाकरण होगा और सबसे पहले मैं खुद टीका लगवाऊंगा। मैं वैक्सीन लेकर उदाहरण पेश करूंगा।' बता दें कि रूस ने कहा है कि दुनिया के कम से कम 20 देश उसकी वैक्सीन को लेकर संपर्क में हैं। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि यह वैक्सीन वेनेजुएला कब भेजी जाएगी।
कई देश खरीदेंगे वैक्सीन!
रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी को लेकर बनाई गई वेबसाइट पर दावा किया गया है कि संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फिलीपींस, मेक्सिको औऱ ब्राजील समेत तमाम देशों ने इसे खरीदने की बात कही है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, पहले इस वैक्सीन के 20 करोड़ डोज बनाने की तैयारी की जा रही है जिसमें से 3 करोड़ केवल रूसी लोगों के लिए होगी। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन रूस की इस वैक्सीन पर चिंता जता चुका है और कहा है कि रूस इस वैक्सीन से जुड़ी सभी रिसर्च और स्टडीज को सार्वजनिक करे। अब देखना है कि लोगों के वैक्सिनेशन के बाद यह किस तरह का असर छोड़ती है।
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