काहिरा: जेरुसलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का कई देशों ने कड़ा विरोध किया है। वहीं, रविवार को अरब के विदेश मंत्रियों ने कहा कि जेरुसलम को इस्राइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने का अमेरिका का फैसला अवैध है। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ सकता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अरब लीग के सदस्य देशों के मंत्रियों की शनिवार शाम एक लंबी बैठक चली और इसमें अमेरिका से अपने फैसले को वापस लेने का आग्रह किया गया। बैठक में फैसले को अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को घोषणा की कि वह जेरुसलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देते हैं और उन्होंने अमेरिकी उच्चायोग को तेल अवीव से जेरुसलम ले जाने का फैसला किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस फैसले की चारों तरफ से आलोचना की गई और इसका अरब और मुस्लिम देशों ने विरोध किया। अरब के मंत्रियों ने अपने अंतिम बयान में कहा कि अमेरिका के फैसले का कोई कानूनी प्रभाव नहीं है। साथ ही कहा कि यह शांति के प्रयासों को कमजोर करता है और तनाव व क्रोध को बढ़ाने व क्षेत्र को हिंसा व अस्थिरता में धकेलता है।
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