संयुक्त राष्ट्र: इस साल शांति का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले परमाणु निरस्त्रीकरण अभियान समूह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपील की है कि वह और ज्यादा संघर्ष से बचने के लिए ईरान परमाणु समझौता बरकरार रखें। इंटरनेशनल कैपेंन टू एबोलिश न्यूक्लियर वेपन्स आईसीएएन की निदेशक बियट्रिस फिन ने कहा, हमने अमेरिका सरकार से इस समझौते को बरकरार रखने की अपील की है। (लंदन में मोपेड सवार चोरों ने की मशहूर आभूषण शोरूम में चोरी)
उन्होंने कहा, हमारे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ईरान इस समझौते का पालन नहीं कर रहा है। ईरान के साथ साल 2015 में हुए समझौते को लेकर ट्रंप तीखी टिप्पणी करते आए हैं। उन्होंने इस समझौते को अब तक का सबसे खराब समझौता बताया था। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति का इरादा है कि वह अमेरिकी कांग्रेस को अगले सप्ताह बताएंगे कि तेहरान इस समझौते का सम्मान नहीं कर रहा है।
ईरान और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस, अमेरिका तथा जर्मनी के बीच यह समझौता तेहरान को परमाणु बम बनाने से लिए रोकने के लिए हुआ था। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था के प्रमुख ने कल कहा था कि ईरान इस समझौते का अनुपालन कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु र्जा एजेंसी के प्रमुख यूकिया अमानो ने रोम में एक सम्मेलन के दौरान कहा, मैं यह कह सकता हूं कि परमाणु संबंधित प्रतिबद्धताओं को ईरान द्वारा लागू किया जा रहा है।
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