दमिश्क: ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स (एसओएचआर) ने मंगलवार को कहा कि सीरिया के पूर्वी घौता इलाके में हुए हवाई हमलों और गोलाबारी में पिछले 48 घंटों में कम से कम 250 नागरिकों की मौत हो गई। समूह ने इसे पिछले कुछ वर्षो में अब तक का सबसे भीषण हमला करार दिया है। मृतकों में 58 बच्चे और 42 महिलाएं शामिल हैं। (पाक: इमरान खान की दूसरी पत्नी ने लगाया आरोप कहा, 'वह भरोसमंद आदमी नहीं हैं')
सीएनएन के मुताबिक, सीरियाई सेना द्वारा विद्रोहियों के नियंत्रण वाले हमौरिया कस्बे में सोमवार को किए गए हवाई हमलों और गोलाबारी में 100 से भी अधिक लोग मारे गए और 1,200 अन्य घायल हो गए। एसओएचआर कार्यकर्ताओं और निवासियों के अनुसार यह निरंतर बमबारी के बीच रहने जैसा है। मानवाधिकार समूह ने कहा कि मंगलवार को कम से कम 106 नागरिकों की मौत हो गई। समूह ने कहा कि इस हमले में मृतकों का आंकड़ा 2013 में पूर्वी घौता में हुए कथित रसायनिक हमले के बाद से सबसे ज्यादा है। 2013 के हमले में करीब 1,400 लोगों की जान चली गई थी।
पूर्वी घौता स्थित अस्पताल के निदेशक और बाल रोग विशेषज्ञ अमानी बलौर ने कहा, "ये घौता में हमारी जिंदगी के सबसे बुरे दिन हैं। घौता में हम पर पिछले पांच सालों से हवाई हमले किए जा रहे हैं और यह हमारे लिए कोई नई बात नहीं है लेकिन हमने इससे बुरी स्थिति नहीं देखी।" सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने कहा कि वे घायलों के ईलाज के लिए रात दिन काम कर रहे हैं। सोमवार को पूर्वी घौता में कई चिकित्सा सेवाओं में रुकावट आने की जानकारी मिली है।
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