रियाद: सऊदी अरब के शाह सलमान ने कतर के साथ लगती अपनी सीमाएं फिर से खोलने का आदेश दिया है ताकि तीर्थयात्री मक्का की अपनी सालाना हज यात्रा कर सकें। आधिकारिक सरकारी मीडिया ने आज यह जानकारी दी। सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात ने पांच जून को कतर के साथ राजनयिक एवं कारोबारी संबंध समाप्त कर लिए थे। तब से शुरू हुए राजनयिक संकट के बीच यह निर्णय बहुत अहम है। सऊदी न्यूज एजेंसी के बयान के अनुसार सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान और दोहा के दूत के बीच मुलाकात के बाद सीमा संबंधी यह निर्णय लिया गया। शाह ने आदेश दिया है कि कतर के तीर्थयात्रियों को तीर्थयात्रा करने के लिए सीमा पार करके सऊदी अरब में प्रवेश की अनुमति होगी। (वेनेजुएला: जेल मे हुई झड़प में कम से कम 37 लोगों की मौत)
उन्होंने यह भी आदेश दिया था कि सऊदी विमानन कंपनी के निजी विमानों को दोहा हवाईअड्डा भेजा जाए ताकि सभी कतरी तीर्थयात्रियों को उसके खर्चे पर लाया जा सके। बयान में कहा गया कि शहजादे ने सऊदी एवं कतर के लोगों और सऊदी नेतृत्व एवं कतर में शाही परिवार के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर बल दिया। कतर के प्राधिकारियों ने सऊदी अरब पर पिछले महीने आरोप लगाया था कि उसने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की गारंटी देने से इनकार करके मक्का की यात्रा को खतरे में डाल दिया है।
सऊदी अरब और उसके अरब सहयोगियों ने दोहा पर आतंकवादियों का समर्थन करने और ईरान के बहुत करीब होने का आरोप लगाते हुए कतर के साथ वायु, समुद्री और जमीनी संबंध समाप्त कर दिए थे और उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए थे। कतर ने इन आरोपों से इनकार किया है और खाड़ी देशों पर उसकी अर्थव्यवस्था का दम घोंटने की कोशिश का आरोप लगाया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार 26 लाख की जनसंख्या वाले कतर में 80 प्रतिशत विदेशी रहते हैं। यह प्रति व्यक्ति आय के आधार पर वि में सबसे अमीर देश है।
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