नई दिल्ली: केरल में बाढ़ से मची तबाही पर धीरे धीरे पूरी दुनिया की नजर पड़ने लगी है। पोप फ्रांसिस और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन के बाद अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी केरल पर शोक प्रकट किया है। पुतिन ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केरल आपदा पर दुख जताया। पुतिन ने लिखा कि रूस उम्मीद करता है कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोग जल्द ही इससे उबर जाएंगे। साथ ही उन्होंने लिखा है रूस इस प्राकृतिक आपदा पर जिन लोगों की मृत्यू हो गई है उनके लिए दुख जताता है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा भेजा गया पत्र।
अब तक हो चुकी है 373 लोगों की मौत, 54.11 लाख लोग प्रभावित
केरल में इस साल 30 मई से मानसूनी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की विभिन्न घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 373 हो गयी है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकार (एनडीएमए) ने आज एक बयान में यह जानकारी दी। राज्य के सभी 14 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण कुल 87 लोग घायल भी हुए हैं और 32 अन्य लापता हैं। बयान के अनुसार केरल में मानूसनी बारिश के कारण 30 मई से कुल 373 लोगों की मौत हो चुकी है और 32 अन्य लापता हैं।
इसमें कहा गया है कि भीषण बाढ़ के कारण केरल में 54.11 लाख प्रभावित हुए हैं और उनमें से 12.47 लाख लोगों ने 5645 राहत शिविरों में शरण ली है। बचाव और राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने 59 टीमों और 207 नौकाओं को तैनात किया है वहीं सेना ने 23 टीमों और 104 नौकाओं को तैनात किया है। नौसेना ने 94 टीमें तैनात की है। नौसेना ने एक मेडिकल टीम, नौ हेलीकॉप्टर, दो विशेष विमान, 94 नौकाएं भी तैनात की है। तटरक्षक बल ने 36 टीमें, 49 नौकाएं, दो हेलीकॉप्टर, 23 विशेष हेलीकॉप्टर तैनात की है। वायुसेना ने 22 हेलीकॉप्टर और 23 विशेष विमान वहीं सीआरपीएफ ने 10 टीमें तैनात की है।
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