वाशिंगटन: अमेरिकी खुफिया विभाग का कहना है कि देश की घरेलू राजनीति को प्रभावित करने में दिलचस्पी रखने वाला रूस एकमात्र देश नहीं है। विभाग का कहना है कि ट्रंप प्रशासन नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनाव और 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में हस्तक्षेप की कोशिशों को रोकने के वास्ते ठोस कदम उठा रहा है। अमेरिका की शीर्ष खुफिया एजेंसियों ने जनवरी 2017 में कहा था कि रूस ने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप किया था। (पूरी मीडिया नहीं बल्कि ‘फर्जी खबरें’ लोगों का दुश्मन हैं: ट्रंप )
राष्ट्रीय खुफिया निदेशक डैन कोट्स ने कल व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम जानते हैं कि रूस ऐसा इकलौता देश नहीं है जिसकी दिलचस्पी घरेलू राजनीति को प्रभावित करने में है। हम जानते हैं कि और भी है जिनमें यह क्षमता है। शायद वे लोग ऐसा करने पर विचार भी कर रहे हैं। हम ऐसी कोशिशों पर निगरानी रखना और इनके खिलाफ आगाह करना जारी रखेंगे।’’
एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर व्रे, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और होमलैंड सुरक्षा मंत्री किर्स्टजेन नीलसन के साथ संवाददाता सम्मेलन में कोट्स ने दावा किया कि मध्यावधि चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के बारे में अमेरिका को लगता है कि वह हमारे देश को ‘‘कमजोर करने और विभाजित’’ करने की कोशिश कर रहे हैं। बोल्टन के अनुसार, पिछले साल जनवरी के बाद से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रणाली को छेड़छाड़ और हस्तक्षेप से बचाने के लिए ‘‘सख्त कार्रवाई’’ की है।
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