कंपाला: युगांडा की राजधानी कंपाला में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस देश के विकास में भारतीयों के खून-पसीने की महक भी शामिल है। उन्होंने दोनों देशों के बीच रिश्तों की मजबूत बुनियाद का जिक्र किया और कहा कि लंबे अर्से से दोनों देशों के बीच निकट का रिश्ता रहा है। युगांडा में भारतीयों को रेल लाइन बिछाने के लिए मजदूर के तौर पर लाया गया था। इन लोगों ने अपनी मेहनत, आचरण और चरित्र से एक बड़ी पूंजी कमाई।
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों ही देशों को गुलामी का देश झेलना पड़ा। युगांडा में मजदूर के तौर गए भारतीयों ने अपने खून-पसीने से इस देश की तस्वीर बदलने का प्रयास किया। उन्होने कहा कि युगांडा में कई परिवार पिछले तीन-तीन, चार-चार पीढ़ियों से रह रहे हैं। उन्होंने कहा, 'युगांडा के नौजवानों से कहना चाहता हूं जिस रेल में आप सफर कर रहे हैं वह भारत के साथ रिश्तों की ताकत है। गुलामी के दिनों में बंदकू और कोड़ों के दम पर रेलवे लाइन बिछाने के लिए मजबूर किया गया। युगांडा आजाद हुआ हमारे पूर्वजों ने यहीं रहने का फैसला किया। आज युगांडा के समाज के सभी क्षेत्रों में अपनी ऊर्जा दे रहे हैं। राजनीति में भी अनेक भारतीयों ने सक्रिय योगदान दिया।
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