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व्लादिवोस्तोक में हुई पुतिन के बीच बातचीत, मोदी ने कहा हमारा खास दोस्‍त है रूस

रूस के साथ द्विपक्षीय बातचीत और 5वें इस्टर्न इकोनोमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्लादिवोस्तोक पहुंच चुके हैं। इस्टर्न इकोनोमिक फोरम के पीएम मोदी चीफ गेस्ट हैं।

रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे पीएम मोदी, पुतिन के साथ करेंगे द्विपक्षीय बातचीत- India TV Hindi रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे पीएम मोदी, पुतिन के साथ करेंगे द्विपक्षीय बातचीत

नई दिल्ली: रूस के साथ द्विपक्षीय बातचीत और 5वें इस्टर्न इकोनोमिक फोरम में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्लादिवोस्तोक पहुंच चुके हैं। इस्टर्न इकोनोमिक फोरम के पीएम मोदी चीफ गेस्ट हैं। पीएम मोदी के अलावे जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद समेत और भी कई मेहमान इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। पीएम मोदी करीब 36 घंटे तक रूस में रहेंगे। इस दौरान वो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ जुडो चैंपियनशिप भी देखने जाएंगे।

रूस पहुंचने पर पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ। एयरपोर्ट पर ही पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद रूस में रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने भी पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया। बड़ी संख्या में लोग पीएम मोदी से मिलने पहुंचे थे। पीएम मोदी ने भी इन लोगों को निराश नहीं किया और सभी से दिल खोलकर मिले।

यहां उनका बेहद व्यस्त कार्यक्रम है। आज प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन सबसे पहले रूस के एक प्रमुख पोत निर्माण यार्ड का दौरा करेंगे। आज ही भारत-रूस शिखर सम्मेलन होगा जिसमें पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। कल यानि 5 सितंबर को पीएम मोदी इस्टर्न इकोनोमिक फोरम में शामिल होंगे। इस दौरान मोदी और पुतिन एक साथ जूडो चैंपियनशिप भी देखने जाएंगे।

रूस की यात्रा पर जाने से पहले पीएम मोदी ने बैक टू बैक कई ट्वीट किए और बता दिया कि रूस-भारत के रिश्ते कितने मजबूत हैं। पीएम ने ट्वीट किया, “मैं अपने मित्र राष्ट्रपति पुतिन के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों तथा आपसी हितों से संबंधित क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा को लेकर आशान्वित हूं।“

पीएम मोदी का ये दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब जम्मू और कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद पाकिस्तान पूरे दुनिया में अलग-थलग पड़ चुका है। रूस पहले ही इसे भारत का आतंरिक मामला बताकर पाकिस्तान को आईना दिखा चुका है। हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है जब भारत के फैसले के साथ रूस खड़ा रहा है। व्लादिवोस्तोक में 4 से 6 सितंबर के बीच इस्टर्न इकोनोमिक फोरम का आयोजन हो रहा है। इस प्लेटफॉर्म का लक्ष्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने और रूस के पूर्वी क्षेत्र की आर्थिक प्रगति करना है।

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