नैरोबी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को तंजानिया से केन्या पहुंचे। चार अफ्रीकी देशों की उनकी यात्रा का यह चौथा और अंतिम पड़ाव है। यहां भारतीय मूल के तकरीबन 20 हजार लोग पीएम मोदी को सुनने के लिए पहुंचे। रंगारंग कार्यक्रमों के बाद उन्होंने अपने भाषण में कहा कि सदियों पहले हमारे पूर्वज यहां मजदूर के रूप में आए थे, लेकिन आज यहां मिनी हिंदुस्तान दिखता है।
उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग और आतंकवाद को 2 सबसे बड़ी चुनौती बताया और मानवता में विश्वास करने वालों को आतंकवाद के खिलाफ एक साथ आने को कहा। पीएम मोदी ने कहा कि मैं पिछले चार दिनों से अफ्रीका की यात्रा कर रहा हूं। मोजांबिक, साउथ अफ्रीका, तंजानिया और अब यहां आया। आपसे पुराना परिचय रहा है, पर आज जो मैं नजारा देख रहा हूं, वह अद्भुत है।
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में देखने वाले लोग भी यही सोचते होंगे कि गए कहीं भी हो कार्यक्रम तो भारत में ही लग रहा है। आज का दृश्य देख कर लगता नहीं कि हम भारत से बाहर अफ्रीका की धरती पर हैं।
प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वर्ष 1981 में केन्या की यात्रा की थी, और उसके बाद इन 35 वर्षो के दौरान किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस देश की यह पहली यात्रा है। केन्या में भारतीय मूल के लगभग 80,000 लोग रहते हैं।
प्रधानमंत्री सोमवार को केन्या के राष्ट्रपति उहुरू केन्याता के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। वह नैरोबी विश्वविद्यालय भी जाएंगे और विद्यार्थियों के साथ बातचीत करेंगे। केन्या में अपने कार्यक्रम निपटाने के बाद वह सोमवार को स्वदेश रवाना हो जाएंगे।
केन्या और तंजानिया के अलावा मोदी अफ्रीका के अपने पांच दिवसीय दौरे के दौरान मोजांबिक और दक्षिण अफ्रीका भी गए थे।
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