संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र की शांति रक्षा मिशन प्रक्रिया में भारत ने शांति सैनिकों के रूप में बड़ा योगदान देने वाले देशों के लिए निर्णय प्रक्रिया में बड़ी भूमिका की मांग की है। भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन के सैन्य सलाहकार कर्नल संदीप कपूर ने कहा है कि आज्ञापत्र के निर्माण की प्रक्रिया में सेना और पुलिस का योगदान देने वाले देशों टीपीसीसी को बाहर रखना लंबे समय के लिए सही नहीं है। (अगर पाकिस्तान ने अपने तौर-तरीके नहीं बदले तो ट्रंप उठा सकते हैं कड़े कदम)
कर्नल कपूर ने कहा, आज्ञापत्र बनाए जाने के मौजूदा रूप पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को गौर करने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षा मिशन में बड़ी संख्या में सैनिकों और पुलिस का योगदान देने वाले देशों में भारत का नाम भी शामिल है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद कार्यकारी समूह को संबोधित करते हुए कपूर ने कहा, यह बड़ी विडम्बना है कि आज्ञापत्र को लागू करने के लिए सैनिकों का योगदान देने वाले देशों और इसके लिए अपने जीवन की कुर्बानी देने वाले सैनिकों को इसे बनाने की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाता है।
मंगलवार को अपनी टिप्पणी में कर्नल कपूर ने कहा, मौजूदा तरीका लंबे समय के लिए सही नहीं है। भारतीय अधिकारी ने कहा, इसलिए टीपीसीसी देशों को आज्ञापत्र निर्माण के प्रारंभ में ही शामिल किए जाने की जरूरत है।
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