वेलिंगटन: न्यूजीलैंड ने आज कहा कि ब्रिटेन में एक पूर्व जासूस को कथित तौर पर जहर देने के मामले में जवाबी कार्रवाई करते हुए वह रूसी जासूसों को देश से निकालना चाहता है लेकिन उसे अपने देश में कोई रूसी जासूस मिल ही नहीं रहा। पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर सैल्सबरी में हुए नर्व एजेंट हमले के विरोध में अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और विभिन्न यूरोपीय देशों ने कई रूसी राजनिकों को निष्कासित करने के आदेश जारी किए हैं। (रूस की अमेरिका सहित देशों को धमकी, राजनयिकों के निष्कासन का देगा कड़ा जवाब )
ब्रिटेन का उपनिवेश रह चुका और लंदन के करीबी सहयोगी माने जाने वाले न्यूजीलैंड ने सैद्धांतिक समर्थन की पेशकश की, लेकिन स्वीकार किया कि देश में रूसी जासूसों की गतिविधियां नहीं के बराबर हैं। इसका मतलब यह हुआ कि वह इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने सरकारी रेडियो को बताया, ‘‘हमने न्यूजीलैंड में जांच की है। हमारे यहां रूस के अघोषित खुफिया अधिकारी नहीं हैं। यदि हमें मिलेंगे तो हम उन्हें निष्कासित कर देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब कई अंतरराष्ट्रीय हित हों तो क्या मुझे हैरत होती है कि न्यूजीलैंड उनकी सूची में शीर्ष पर नहीं है? वास्तव में, नहीं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यूजीलैंड इस बात की समीक्षा करता रहेगा कि सैल्सबरी में हुए हमले के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन करने के लिए और क्या कार्रवाई की जा सकती है। रूस ने पूर्व जासूस पर हुए हमले में अपना हाथ होने से इनकार किया है।
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